सोनीपत में खरखौदा पुलिस ने CNG पंप के विवाद में एक व्यक्ति को बंधक बनाकर जबरन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराने के मामले में छह धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि उसे मीटिंग के बहाने बुलाकर 15-20 लोगों ने मारपीट की और कई कोरे क
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थाना खरखौदा में दर्ज शिकायत में प्रितमपुरा (पिथौपुरा) निवासी सुमित ने बताया कि उन्होंने 2021 में चरखी दादरी में सुरेश फिलिंग स्टेशन के नाम से CNG पंप लगाया था। इस पर करीब ढाई करोड़ रुपए खर्च हुए थे। पंप शुरू होने के दौरान पैसों की जरूरत पड़ने पर उन्होंने रोहतक के भराण निवासी रजत राठी और उसकी पत्नी मोनिका से 2021 से 2023 के बीच कुल 77.10 लाख रुपए लिए थे, जिनमें से 57.10 लाख रुपए ऑनलाइन और 20 लाख रुपए नकद थे।
उसने बताया कि पंप से उम्मीद के मुताबिक मुनाफा नहीं मिलने पर रजत राठी ने या तो पंप में हिस्सा करने या पैसे वापस करने की मांग की। इस पर 31 जनवरी 2025 को 4.50 लाख रुपए ऑनलाइन और अलग-अलग तिथियों में 15 लाख रुपए नकद लौटाए गए। बाकी राशि धीरे-धीरे चुकाने का समझौता हुआ था।
17 अप्रैल की शाम करीब 5:15 बजे रजत राठी के भाई दिनेश राठी ने पंप के बारे में मीटिंग के लिए बरौना बुलाया। शाम 7:30 बजे एक निर्माणाधीन वेयर हाउस पर पहुंचने पर 15-20 लोग 4-5 गाड़ियों में आए और मारपीट शुरू कर दी। पीड़ित का आरोप है कि उसे बंधक बनाकर कई कोरे कागजों पर अंगूठे और हस्ताक्षर करवाए गए। आरोपियों ने उसकी गाड़ी की चाबी, मोबाइल फोन और 7-8 हजार रुपए छीन लिए।
इसके बाद पीड़ित को खरखौदा तहसील में स्थित एडवोकेट दीपक दहिया के खोखे में ले जाया गया, जहां मोनिका के नाम पर तैयार एक फर्जी फुल पेमेंट एग्रीमेंट और अन्य दस्तावेजों पर जबरन हस्ताक्षर करवाए गए। पीड़ित ने 18 अप्रैल को सरकारी अस्पताल खरखौदा में मेडिकल करवाया और पुलिस में शिकायत दी।
पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए थाना खरखौदा में मामले में धारा 61(2), 115, 127(2), 191(2), 191(3), 351(3) BNS के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
