पंजाब के पटियाला में एक दोस्त ने अपने 17 वर्षीय दोस्त की हत्या कर दी। उसका शव अपने साथी की मदद से रेलवे ट्रेक पर फेंक दिया। हत्यारे ने किशोर का गला घोंटा फिर उसकी छाती पर किरच से वार किए। मरने वाले का नाम नवजोत है। नवजोत अपने दादा के साथ चाय की दुकान
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जन्म दिन से अगले दिन हत्यारे ने की हत्या
हत्या को हादसा दिखाने की आरोपी ने कोशिश की। किशोर घर से जन्म दिन मनाकर दोस्तों के साथ हरिद्वार घुमने का कहकर गया था। हत्यारे ने जन्म दिन वाले दिन से अगली दिन किशोर को मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने जन्म दिन वाले दिन ही किशोर को मौत के घाट उतार दिया। इस केस में थाना जीआरपी पटियाला की पुलिस ने धारा 103, 238,309(6)BNS के तहत मामला दर्ज किया है।
जानकारी मुताबिक नवजोत सिंह का 17वां जन्मदिन था। उन्होंने पंजाब के पटियाला में परिवार के साथ जश्न मनाया और एक दिन बाद अपने दोस्तों के साथ घूमने निकल गए। लेकिन जल्द ही जश्न मातम में बदल गया क्योंकि नवजोत की जगह घर पर उनकी मौत की खबर आई।
25 मार्च को अपने जन्मदिन के एक दिन बाद नवजोत घर से यह कहकर निकला कि वह दोस्तों के साथ हरिद्वार जा रहा है। लेकिन बाद में उसने अपने माता-पिता को फोन करके बताया कि वह हरिद्वार नहीं गया है, बल्कि घर लौट रहा है। उसी रात पुलिस को रेलवे स्टेशन पर एक शव मिलने की सूचना मिली। शव पेट से दो हिस्सों में फटा हुआ मिला। छाती पर कई कट के निशान थे। शव की पहचान नहीं हो सकी।
गांव में पुलिस ने लगाए पोस्टर तो हुई मृतक की पहचान
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमने शव की पहचान के लिए पूरे गांव में पोस्टर लगाए। इस बीच, 30 मार्च को अपने बेटे की तलाश में हरजिंदर सिंह हमारे पास आया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि नवजोत की हत्या उसके दोस्त अमनजोत ने उसके पास मौजूद आईफोन 11 को लेकर की थी। नवजोत का मोबाइल अमनजोत से बरामद किया गया, जिसे गिरफ्तार कर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया गया।
सहयोगी को 1 हजार रुपए देकर अपराध में किया शामिल
सिंह परिवार को घटना के बारे में बताने वाले एक अन्य लड़के ने आरोप लगाया कि अमनजोत ने उसे अपराध में सहयोगी बनने के लिए 1,000 रुपये दिए थे। लड़के, जिसकी पहचान उजागर नहीं की जा सकती, को कथित तौर पर अमनजोत को शव को रेलवे ट्रैक पर रखने में मदद करने के लिए धमकाया गया था।