11 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Lifestyle Desk: फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ ही आजकल कई लोग अपनी दिनचर्या में 10,000 कदम चलने को शामिल कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग फिटनेस बैंड और स्मार्टवॉच के ज़रिए अपनी डेली स्टेप काउंट शेयर करते दिखते हैं। सवाल यह उठता है कि अगर कोई व्यक्ति एक महीने तक रोज़ाना 10 हजार कदम चले, तो इसका शरीर पर क्या असर होता है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने बात की डायटिशियन सुरभि पारेक से।
एक्सपर्ट की राय: एक महीना, 10 हजार कदम – फायदे ही फायदे
डायटिशियन सुरभि पारेक के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति लगातार एक महीने तक रोज़ाना 10 हजार कदम चलने की आदत बना ले, तो इसका सकारात्मक असर साफ दिखता है।
“इससे दिल की सेहत बेहतर होती है, शरीर एक्टिव रहता है और कैलोरी बर्न होने से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। डायबिटीज़ मरीजों के लिए यह आदत ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने में भी सहायक हो सकती है,” उन्होंने बताया।
सुरभि का कहना है कि इस रूटीन का कोई विशेष साइड इफेक्ट नहीं है, लेकिन तरीका सही होना चाहिए। केवल घर में घूमते हुए या ऑफिस के काम के दौरान उठे कदमों को जोड़ लेना पर्याप्त नहीं है।
“10 हजार कदम चलने का असली मतलब है – नियमित वॉक। इसे मॉर्निंग या इवनिंग वॉक के रूप में लिया जाए, तभी फायदा मिलता है।”
उम्र के हिसाब से कितना चलना है सही?
हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार,
60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए रोज़ाना 10 हजार कदम चलना लाभकारी होता है।
वहीं, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए 8 हजार कदम रोज़ाना पर्याप्त माने जाते हैं।
रिसर्च बताती है कि चाहे आप 10 हजार कदम चलें या 8 हजार, नियमितता सबसे ज़रूरी है। लगातार चलने की आदत हृदय रोगों के जोखिम को कम करती है और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।
क्या सिर्फ कदम गिनना काफी है?
फिटनेस बैंड या स्मार्टवॉच से कदम गिनने का चलन बढ़ा है, लेकिन एक्सपर्ट आगाह करते हैं कि सिर्फ कुल स्टेप्स पर ध्यान देना सही नहीं है। दिनभर की अनजानी गतिविधियों (जैसे बाथरूम जाना, कमरे में घूमना) से जुड़े कदमों को गिनना भ्रमित कर सकता है।
इसलिए फोकस “नियोजित वॉक” पर होना चाहिए, यानी रोज़ाना तय समय और दूरी पर वॉक करना, जिससे यह शरीर को कार्डियो एक्सरसाइज़ का असर दे सके।
✅ निष्कर्ष: रोज़ 10 हजार कदम चलना क्यों जरूरी है?
वजन घटाने में सहायक
दिल की सेहत में सुधार
डायबिटीज़ को कंट्रोल करने में मदद
शरीर को एक्टिव और ऊर्जावान बनाए रखना
उम्र के अनुसार चलने की मात्रा में संतुलन रखना
नोट: अगर आप कोई फिटनेस रूटीन शुरू करने जा रहे हैं, तो उम्र, स्वास्थ्य स्थितियों और व्यायाम के अनुभव को ध्यान में रखते हुए पहले डॉक्टर या फिटनेस एक्सपर्ट से परामर्श अवश्य लें।