13 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Health Desk: Brown Rice vs White Rice: डायबिटीज मरीजों के लिए कौन सा चावल है बेहतर? जानिए पोषण और ब्लड शुगर पर असर डायबिटीज (मधुमेह) से पीड़ित लोगों के लिए खानपान का चुनाव बहुत सोच-समझकर करना जरूरी होता है। ज़रा सी लापरवाही ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। ऐसे में अक्सर यह सवाल उठता है – ब्राउन राइस (भूरे चावल) और व्हाइट राइस (सफेद चावल) में से कौन-सा चावल डायबिटीज मरीजों के लिए ज़्यादा फायदेमंद है?
🍚 ब्राउन राइस बनाम व्हाइट राइस: क्या है अंतर?
ब्राउन राइस को minimally processed किया जाता है। इसमें केवल बाहरी कठोर छिलका हटाया जाता है, जबकि इसके अंदर की भूसी (bran) और बीज वाला हिस्सा (germ) बरकरार रहता है। इसी कारण इसका रंग भूरा होता है और यह फाइबर, विटामिन B, और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है।
दूसरी ओर, व्हाइट राइस को पॉलिश और प्रोसेस किया जाता है जिससे इसकी भूसी और जर्म परत हटा दी जाती है। इससे चावल भले ही देखने में सफेद और सुंदर लगते हैं, लेकिन इसमें से कई पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं।
📉 डायबिटीज में किस चावल का सेवन फायदेमंद?
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI):
ब्राउन राइस का GI सफेद चावल की तुलना में कम होता है। इसका मतलब है कि यह धीरे-धीरे शुगर में बदलता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
फाइबर की मात्रा:
ब्राउन राइस में उच्च फाइबर होता है, जो पाचन को बेहतर करता है और देर तक भूख नहीं लगने देता।
पोषण:
ब्राउन राइस में मैग्नीशियम, आयरन और विटामिन B भरपूर मात्रा में होते हैं, जो डायबिटीज नियंत्रण में सहायक माने जाते हैं।
✔️ निष्कर्ष: डायबिटीज मरीजों के लिए क्या चुनें?
यदि आप डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो ब्राउन राइस एक बेहतर विकल्प है। यह न केवल ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है, बल्कि आपके भोजन को पोषण से भरपूर भी बनाता है।
टिप: ब्राउन राइस को धीरे-धीरे डाइट में शामिल करें, ताकि शरीर को बदलाव का समय मिल सके। साथ ही, किसी भी नए आहार से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से परामर्श ज़रूर लें।