24/04/2025 Fact Recorder
पहलगाम आतंकी हमले के बाद घाटी में हालात तनावपूर्ण हैं और इसी बीच कई एयरलाइंस कंपनियां कश्मीर में फंसे पर्यटकों से मनमाना किराया वसूल रही हैं। नागर विमानन मंत्रालय के अनुरोध के बावजूद एयरलाइंस ने श्रीनगर से देश के प्रमुख शहरों के लिए किरायों में दो से चार गुना तक की बढ़ोतरी कर दी है।
मुनाफाखोरी पर नाराज़गी
सोशल मीडिया पर कई यात्रियों ने एयरलाइंस की इस मुनाफाखोरी की पोल खोलते हुए स्क्रीनशॉट साझा किए हैं। लोगों का कहना है कि संकट के इस समय में भी कंपनियां लाभ कमाने से पीछे नहीं हट रही हैं।
नागर विमानन मंत्री की आपात बैठक
लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने सभी एयरलाइनों के साथ आपात बैठक की और निर्देश दिया कि किरायों को सामान्य स्तर पर रखा जाए ताकि किसी भी यात्री पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ न पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि एयरलाइंस राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने में सहयोग करें।
डीजीसीए ने भी चेताया
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने भी विमानन कंपनियों को चेतावनी दी है कि वे श्रीनगर से आने-जाने वाली उड़ानों की कीमतें न बढ़ाएं। साथ ही, जम्मू-कश्मीर में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था करने को कहा गया है।
फिर भी नहीं दिखा असर
एयरलाइन ऑपरेटरों की वेबसाइट पर टिकटों की कीमतें अभी भी काफी अधिक हैं या फिर टिकट पूरी तरह बिक चुके हैं। श्रीनगर से दिल्ली की उड़ान का किराया बुधवार को 50 हजार रुपये तक पहुंच गया था। हालांकि मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद मामूली गिरावट आई, लेकिन अभी भी टिकटों की कीमतें 17 से 23 हजार रुपये के बीच बनी हुई हैं।
कुछ राहत की पहल
इंडिगो, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा और स्पाइसजेट ने 20 अप्रैल तक बुक की गई श्रीनगर आने-जाने वाली उड़ानों के लिए 30 अप्रैल तक रद्दीकरण और री-शेड्यूलिंग शुल्क माफ कर दिया है।
पर्यटन सचिव की अपील
पर्यटन सचिव ने कहा है कि जो पर्यटक अपनी यात्रा रद्द करना चाहते हैं, उन्हें पूरा रिफंड दिया जाना चाहिए ताकि वे नुकसान से बच सकें।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हालात पर चिंता जताते हुए कहा, “पहलगाम में आतंकी हमले के बाद हमारे मेहमानों का इस तरह जाना दुखद है, लेकिन हम उनकी चिंता को समझते हैं। डीजीसीए और नागर विमानन मंत्रालय अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था में जुटे हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को एकतरफा यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है, और प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि पर्यटकों के वाहनों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित की जाए।
