Zirakpur 17 year old boy commits suicide Chandigarh police harassment update | जीरकपुर में 17 साल के लड़के ने किया सुसाइड: चंडीगढ़ के सरकारी में पढ़ता था, मां का आरोप पुलिस से परेशान होकर दी जान – Mohali News

मोहाली के जीरकपुर स्थित शिवालिक विहार निवासी 17 वर्षीय मौलिक वर्मा ने पंखे से लटककर सुसाइड किया है। मृतक के परिजनों ने चंडीगढ़ पुलिस पर मानसिक प्रताड़ना और सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। हालांकि मृतक की जेब से एक अंग्रेजी में लिखा सुसाइड नोट

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परिवार ने जीरकपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों और दोस्तों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

निपट चुके मामले के लिए किया परेशान

मृतक की मां रितु वर्मा ने बताया कि उनका बेटा चंडीगढ़ के एक सरकारी स्कूल में कक्षा 11वीं में पढ़ता था। वह साइंस का स्टूडेंट था। स्कूल के बच्चों ने सोशल मीडिया पर एक मीम पेज बनाया हुआ था। पांच महीने पहले स्कूल प्रशासन ने उन्हें बुलाकर कहा कि उनका बेटा इस पेज में शामिल है। स्कूल ने बच्चे का फोन तक चेक किया, लेकिन उसमें कुछ भी नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने मौलिक का इंस्टाग्राम अकाउंट भी डिलीट कर दिया।

अकेले चंडीगढ़ बुलाकर पूछताछ की

रितु वर्मा किसी काम से जालंधर गई हुई थीं। इस दौरान उन्हें चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी का फोन आया, जिसमें बताया गया कि मौलिक आपका बेटा है। उन्होंने मीम वाले मामले में उनसे सबकुछ जाना है। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि यह केस तो पहले ही निपट चुका है। इस पर पुलिस वाले ने कहा कि मामला नहीं निपटा है। आपको बेटे को लेकर उनके यहां आना होगा। उसके बाद उसने पुलिस वाले को कहा कि अब बाहर है तो बाद में आ जाएंगे। इस पर उसने कहा कि आपको बाद में वह तारीख बताएंगे, उस तारीख पर आना होगा। मां ने आरोप लगाया कि बाद में उन्हें मौलिक के दोस्तों से पता चला कि उनसे बात होने के बाद उनके बेटे को अकेले ही पूछताछ के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया था।

मृतक की मां और दोस्तों का आरोप है कि पुलिस ने मौलिक को अकेले एक कमरे में ले जाकर मारा-पीटा और धमकाया दोस्तों के अनुसार, मौलिक को यह कहकर डराया गया कि उसका करियर खत्म कर दिया जाएगा, उसे किसी भी स्कूल या कॉलेज में दाखिला नहीं मिलेगा, और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। फिर कागज पर साइन करवाए है।मृतक की मां रितु वर्मा, ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनका बेटा बहुत होशियार था और इस तरह के दबाव के कारण ही उसने यह कठोर कदम उठाया