06 अक्टूबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Health Desk: आपकी ये 4 आदतें चुपचाप बिगाड़ रही हैं किडनी का स्वास्थ्य, जानें बचाव के आसान उपाय
आज के समय में किडनी से जुड़ी बीमारियां बेहद आम हो गई हैं। देश में लाखों लोग किडनी से संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं। यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और कई बार तब तक पता नहीं चलती जब तक किडनी को गंभीर नुकसान न हो जाए। विशेषज्ञों के अनुसार, हमारी दैनिक दिनचर्या की कुछ गलत आदतें किडनी को चुपचाप नुकसान पहुंचा रही हैं, जिन्हें समय रहते सुधारना बेहद जरूरी है।
किडनी का काम क्या है?
किडनी शरीर के लिए एक प्राकृतिक फिल्टर की तरह काम करती है। यह रक्त से हानिकारक पदार्थों और अतिरिक्त तरल को बाहर निकालती है, जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है। लेकिन असंतुलित जीवनशैली, कम पानी पीना, पेनकिलर्स का अत्यधिक सेवन, और अनियंत्रित ब्लड प्रेशर या ब्लड शुगर जैसी आदतें किडनी की कार्यक्षमता को धीरे-धीरे कमजोर कर देती हैं।
1. कम पानी पीना
शरीर में पर्याप्त पानी न होने पर टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं, जिससे किडनी पर दबाव बढ़ जाता है। लंबे समय तक ऐसा होने से किडनी स्टोन या अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
क्या करें: रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं, खासकर गर्म मौसम में।
2. दर्द निवारक दवाओं का ज्यादा सेवन
बिना डॉक्टर की सलाह के बार-बार पेनकिलर्स लेना खतरनाक साबित हो सकता है। इनमें मौजूद NSAIDs (Non-Steroidal Anti-Inflammatory Drugs) किडनी की रक्त वाहिकाओं को संकुचित करती हैं, जिससे रक्त प्रवाह घटता है और किडनी डैमेज होने लगता है।
क्या करें: दर्द या बुखार में दवा केवल डॉक्टर की सलाह से ही लें।
3. हाई ब्लड प्रेशर और अनियंत्रित ब्लड शुगर
हाई बीपी और डायबिटीज किडनी की बीमारियों के दो सबसे बड़े कारण हैं। ये दोनों स्थितियां किडनी की महीन रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं, जिससे क्रॉनिक किडनी डिजीज या डायबिटिक नेफ्रोपैथी हो सकती है।
क्या करें: संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें और ब्लड प्रेशर व शुगर को समय-समय पर जांचते रहें।
4. अधिक नमक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन
अत्यधिक नमक और पैकेट वाले खाद्य पदार्थों में मौजूद सोडियम, फास्फोरस और पोटेशियम किडनी के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। ये ब्लड प्रेशर बढ़ाते हैं और किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं।
क्या करें: नमक की मात्रा नियंत्रित रखें और ताजे फल-सब्जियां तथा घर का बना खाना खाएं।
क्यों जरूरी है सतर्क रहना?
भारत में क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह बीमारी “साइलेंट किलर” कही जाती है, क्योंकि शुरुआती चरण में इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते। इसलिए, स्वस्थ आदतें अपनाना और समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराना ही इसका सबसे अच्छा बचाव है।
स्रोत: मेडिकल रिपोर्ट्स एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर तैयार।













