ऑपरेशन सिंदूर पर बोले जयशंकर: भारत आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगा”

03 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Intrnational Desk: अमेरिका में बोले एस. जयशंकर: ऑपरेशन सिंदूर ने दिखाया, भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा
वॉशिंगटन/नई दिल्ली – अमेरिका में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने पहुंचे भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि 7 मई को किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य साफ था – अगर भारत पर आतंकी हमला होता है, तो हम हमलावरों, उनके मददगारों, वित्तपोषकों और संरक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

जयशंकर ने कहा, “यह संदेश हमने बहुत स्पष्टता के साथ दिया है। ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत आतंकवाद पर चुप नहीं बैठेगा, बल्कि ठोस कदम उठाएगा।”

उन्होंने आगे कहा कि क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा 25 अप्रैल को जारी संयुक्त बयान भारत के लिए विशेष महत्व रखता है, जिसमें आतंकियों को जवाबदेह ठहराने और न्याय दिलाने की बात कही गई थी। जयशंकर ने कहा कि भारत ने क्वाड देशों और वैश्विक मंचों पर यह साझा किया है कि हम दशकों से आतंकवाद का सामना कर रहे हैं, और अब इसे जवाब देने के लिए दृढ़ हैं। “हमारा आत्मरक्षा का अधिकार है और हम उसका उपयोग करेंगे,” उन्होंने कहा।

द्विपक्षीय मुलाकातें और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा
जयशंकर ने अमेरिका में सीनेटर मार्को रुबियो के साथ द्विपक्षीय वार्ता को उपयोगी बताया। उन्होंने बताया कि इस बैठक में व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा, ऊर्जा और लोगों की आवाजाही जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके अलावा उन्होंने अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और ऊर्जा सचिव क्रिस राइट से भी अलग-अलग बैठकें कीं।

रूस से तेल आयात पर अमेरिकी टैरिफ योजना पर भारत की नजर
रूस से तेल आयात करने वाले देशों पर अमेरिका द्वारा 500% टैरिफ लगाए जाने की संभावित योजना पर जयशंकर ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस में होने वाला कोई भी घटनाक्रम भारत के लिए महत्व रखता है। उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास और अधिकारी अमेरिकी सीनेटर ग्राहम के संपर्क में हैं, और भारत की ऊर्जा सुरक्षा को लेकर चिंताओं से अमेरिका को अवगत कराया गया है।

“जब यह मुद्दा हमारे सामने आएगा, तो हम उसका सामना करेंगे,” जयशंकर ने कहा।

क्वाड देशों की पहलगाम आतंकी हमले की निंदा
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की हत्या हुई थी, को लेकर क्वाड देशों ने एक संयुक्त बयान में कड़ी निंदा की। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने हमले के अपराधियों, आयोजकों और वित्तपोषकों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग की।

विदेश मंत्री जयशंकर के साथ अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया भी बैठक में शामिल रहे।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी जताई कड़ी आपत्ति
यूएन सुरक्षा परिषद ने भी पहलगाम हमले को लेकर कड़ा रुख अपनाया। परिषद ने कहा कि आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को अंतरराष्ट्रीय कानून और सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के तहत तत्काल न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए और सभी देशों से इसमें सहयोग करने की अपील की।