17 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
International Desk: ईरान-इज़रायल टकराव गहराया: ट्रंप ने तेहरान खाली करने की चेतावनी दी, युद्ध में अमेरिका की एंट्री के संकेत मध्य पूर्व में हालात तेजी से विस्फोटक होते जा रहे हैं। ईरान और इज़रायल के बीच छिड़ा युद्ध अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है, जहां दोनों देश एक-दूसरे के प्रमुख शहरों और सैन्य ठिकानों पर भीषण हमले कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इज़रायल की ओर से ईरान की राजधानी तेहरान पर किए गए भारी हमलों में अब तक 220 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं ईरान के मिसाइल हमलों में इज़रायल में कम से कम 25 लोगों की जान गई है। इज़रायल ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर ईरान नहीं रुका, तो वह पूरे तेहरान को तबाह कर देगा। इज़रायल का दावा है कि तेहरान अब पूरी तरह उसकी पहुंच में है।
अमेरिका की चेतावनी और ट्रंप का सख्त रुख
इस युद्ध के बीच अब अमेरिका की भूमिका तेजी से अहम होती नजर आ रही है। अमेरिका पहले ही ईरान से परमाणु डील को लेकर नाराज़ चल रहा था। अब, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान ने दुनिया को चौंका दिया है।
ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “तेहरान के सभी नागरिकों को तुरंत शहर खाली कर देना चाहिए।” उनके इस बयान को संभावित सैन्य हस्तक्षेप के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
G7 समिट छोड़कर लौटे अमेरिका
ट्रंप ने यह बयान ऐसे वक्त में दिया है जब वह G7 समिट बीच में छोड़कर कनाडा से सीधे अमेरिका लौट आए। व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि ट्रंप ने यह कदम ईरान-इज़रायल संकट के चलते उठाया है। वॉशिंगटन लौटते ही ट्रंप ने मीडिया से कहा,
“मैं सीजफायर कराने के लिए नहीं लौट रहा हूं, मेरा मकसद इससे कहीं बड़ा है।”
ईरान को कड़े परिणाम भुगतने की चेतावनी
ट्रंप ने ईरान को चेताते हुए कहा कि अगर वह बातचीत की टेबल पर नहीं आता, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने दोहराया कि ईरान को उस परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर कर देने चाहिए थे जिसे उन्होंने प्रस्तावित किया था।
“मैं यह बिल्कुल स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं ईरान में किसी भी सूरत में परमाणु हथियार नहीं देखना चाहता।” ट्रंप ने यह भी कहा कि, “ईरान ने डील न मानकर एक ऐतिहासिक भूल की है, जिसकी कीमत उसे अब चुकानी पड़ेगी।”
बढ़ती चिंता, वैश्विक प्रतिक्रियाएं
ट्रंप के इस बयान के बाद संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और कई वैश्विक नेताओं ने गहरी चिंता जाहिर की है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर अमेरिका इस युद्ध में सीधे कूदता है, तो यह टकराव एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध में तब्दील हो सकता है, जिससे वैश्विक शांति और अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ेगा।
निष्कर्ष
ईरान-इज़रायल युद्ध अब सिर्फ दो देशों के बीच की लड़ाई नहीं रह गई है। ट्रंप के सख्त संदेश के बाद पूरी दुनिया की नजर अब इस पर टिकी हुई है कि अमेरिका क्या अगला कदम उठाता है। तेहरान में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं, और इस क्षेत्र में किसी भी पल हालात और बिगड़ सकते हैं।