हनीमून बना मौ*त का सफर: डीजीपी ने खोले राज़!

12 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

National Desk: ऑपरेशन हनीमून’ से खुला म*र्डर प्लान: इंदौर के ट्रांसपोर्टर की ह*त्या में पत्नी सोनम निकली मास्टरमाइंड

इंदौर के ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी की ह*त्या ने पूरे देश को चौंका दिया है। मेघालय के खूबसूरत हिल स्टेशन पर जो हनीमून ट्रिप होनी थी, वह एक भयावह साजिश में तब्दील हो गई। इस ‘हनीमून मर्डर’ केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, सामने आए खुलासों ने पुलिस को भी हैरान कर दिया।

पुलिस के अनुसार, राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ही इस जघन्य ह*त्याकांड की मास्टरमाइंड निकली। मेघालय पुलिस ने इस केस की तह तक पहुंचने के लिए एक विशेष जांच अभियान चलाया, जिसका नाम दिया गया – ‘ऑपरेशन हनीमून’

मेघालय के डीजीपी एल. नोंगरांग ने बुधवार को प्रेस को बताया कि केस की पहली बड़ी कड़ी तब सामने आई, जब दंपती द्वारा छोड़े गए सूटकेस में सोनम का मंगलसूत्र और एक अंगूठी बरामद हुई। डीजीपी के मुताबिक, “एक विवाहित महिला का विवाह के प्रतीकों को छोड़ जाना हमारे लिए एक निर्णायक सुराग था। यहीं से जांच की दिशा सोनम की ओर मुड़ी।”

राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और वे 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय पहुंचे। 23 मई को दोनों नोंग्रियात गांव से चेक-आउट करने के बाद अचानक गायब हो गए। राजा का शव 2 जून को एक गहरी खाई में मिला, जबकि सोनम 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मिली।

जांच में सामने आया कि हत्या 23 मई को सोहरा लौटते समय की गई। पुलिस को एक टूर गाइड ने बताया कि उसने दंपती को तीन हिंदी भाषी पुरुषों के साथ देखा था। यही तीन शूटर, सोनम और उसके प्रेमी राज के इशारे पर, राजा की हत्या में शामिल थे। अब शिलांग की अदालत ने सोनम, राज और तीनों सुपारी किलर्स को 8 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

इस केस का एक और अहम पहलू यह था कि दंपती की मेघालय ट्रिप से एक भी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा नहीं की गई थी, जो पुलिस को शुरू से ही खटक रही थी। इसके बाद जांच टीम ने 42 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और दंपती की गतिविधियों की कड़ियों को जोड़ा।

सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब हत्या के बाद भी राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से रात 2:15 बजे एक पोस्ट किया गया। पुलिस का मानना है कि यह पोस्ट गुमराह करने और राजा को ज़िंदा दिखाने के मकसद से किया गया था।

पुलिस का दावा है कि उसके पास इस हत्या की साजिश और क्रियान्वयन से जुड़े इतने ठोस सबूत हैं कि आरोपी अब किसी भी तरह इनकार नहीं कर सकते।