चंडीगढ़/जीरकपुर बॉर्डर पर 14 मार्च की सुबह तेज़ रफ्तार पोलो कार की टक्कर से चंडीगढ़ पुलिस के कॉन्स्टेबल और होमगार्ड वॉलंटियर की मौत हुई थी, जिसमें चंडीगढ़ पुलिस विभाग के सीनियर अफसरों ने सभी को आदेश जारी किया है कि सभी अपनी-अपनी एक दिन की सैलरी कटवा
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शरीर के कई टुकड़े हुए अलग
जीरकपुर बॉर्डर पर होली के लिए शुक्रवार सुबह लगाए गए नाके पर कार ने पुलिस कर्मचारियों और एक व्यक्ति को कुचल दिया। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि तीनों लोग सुरक्षा के लिए लगाए गए कंटीले तारों में फंस गए और उनके शरीर के टुकड़े हो गए।
मृतकों में कॉन्स्टेबल सुखदर्शन, होमगार्ड वॉलंटियर राजेश और एक अन्य व्यक्ति शामिल था। सूचना मिलते ही चंडीगढ़ के डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव खुद मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया।
पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ गाड़ी के अंदर बैठे तीन नाबालिगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। आरोपी की पहचान चंडीगढ़ के हल्लोमाजरा के रहने वाले गोविंद के रूप में हुई है।
कॉन्स्टेबल की पत्नी भी पुलिस में
मृतक कॉन्स्टेबल सुखदर्शन की पत्नी रेनू भी चंडीगढ़ पुलिस में ही हैं। वह सेक्टर-19 पुलिस स्टेशन में तैनात हैं। वहीं, होमगार्ड राजेश पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले थे। वह सेक्टर-31 में ही रहते थे। इससे पहले वह ट्रैफिक पुलिस में पोस्टेड थे। वहीं, मरने वाले तीसरे व्यक्ति की पहचान समर्थ दुआ के रूप में हुई है। वह पंजाब यूनिवर्सिटी के कैंपस में रहता था। वह नेशनल मोबाइल कंपनी में जॉब करता था।