Thu, 16 Jan 2025: Fact Recorder
- ब्लैकबोर्ड पर उपस्थित-अनुपस्थित बच्चों की अंकित होगी संख्या
- नए सत्र में सरकारी विद्यालयों में पूर्णतया लागू होगी शिक्षक मार्गदर्शिका
शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य में पहली से 12वीं कक्षा तक सरकारी विद्यालयों में शिक्षक मार्गदर्शिका सख्ती से लागू कराई जाएगी। इन विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या एक करोड़ 84 लाख 36 हजार 388 है।
पढ़ें शिक्षकोंं के लिए जारी गाइडलाइंस
- विद्यालय प्रबंधन के तहत कक्षा प्रारंभ के 10 मिनट पहले शिक्षक आएंगे।
- विद्यालय परिसर में ई-शिक्षाकोष के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।
- प्राचार्य के साथ बैठ कर उस दिन की शिक्षण योजना पर विमर्श करेंगे।
- चेतना सत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए छात्रों को अनुशासित रखेंगे।
- चेतना सत्र में नैतिक मूल्यों पर चर्चा करेंगे। शिक्षक अभिभावक बैठक होगी।
- कक्षा प्रबंधन के तहत हर दिन तिथि, विषय एवं उपस्थित-अनुपस्थित बच्चों की संख्या अंकित होगी।
- वर्ग शुरू होने के पांच मिनट पहले संबंधित कर्मी से वर्गकक्ष की सफाई कराई जाएगी।
- कक्षा में अधिक बच्चे होने पर सेक्शन की व्यवस्था होगी।
- छोटी कक्षा के बच्चों को पहली पंक्ति में बैठाते हुए वरीयता क्रम से बड़ी कक्षाओं के बच्चों को पीछे बैठाएंगे।
- शिक्षक पाठ योजना का दृढ़ता से पालन करेंगे, अभ्यास पुस्तिका एवं लेखन पुस्तिका अद्यतन कराएंगे।
- हर हफ्ते बच्चों का वीकली टेस्ट होगा, उसके प्रश्नपत्र क्वेश्चन बैंक या शिक्षक खुद तैयार करेंगे।
- क्लास में पाठ्य पुस्तकों के पठन पर विशेष बल होगा।
- शिक्षक अंग्रेजी भाषा में संप्रेषण कौशल विकसित करेंगे।
- हर तीन माह पर बच्चों को प्रोग्रेस कार्ड मिलेंगे। बच्चों को नियमित रूप से होमवर्क मिलेंगे।
- हर दिन स्कूल छोड़ने से पहले शिक्षक अगले दिन की पाठ योजना तय करेंगे।
सर्वर डाउन होने से शिक्षकों की नहीं दिखी उपस्थिति
जिला सहित राज्य भर के सरकारी स्कूलों के शिक्षक आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए परेशान दिखे। शिक्षा विभाग के ई-शिक्ष कोष पोर्टल पर बुधवार को खुला नहीं है। कई शिक्षकों ने शिकायत की कि बुधवार को पोर्टल आनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही है।
पटना जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा बताया कि सर्वर डाउन होने की वजह से किसी भी शिक्षक को पोर्टल पर उपस्थिति नहीं दिखी। 16 जनवरी तक पोर्टल को ठीक कर लिया जाएगा। शिक्षकों ने पुराने तर्ज पर ही बुधवार आफलाइन मोड में अपने-अपने स्कूल में उपस्थिति दर्ज की। यह शिकायत पटना ही नहीं पूरे राज्य में देखने को मिली।