चारधाम यात्रा के शुरुआती 15 दिनों में 10 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इस बार पर धामों में भीड़ नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार ने विशेष रणनीति बनाई है। जिस तिथि का यात्रा पंजीकरण होगा, उसी दिन दर्शन करने की अनुमति होगी। इसके अलावा ऋषिकेश, हरिद्वार, विकासनगर, हर्बटपुर व नया गांव में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा होगी।
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30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सरकार ने सुगम, सुखद व सुरक्षित यात्रा का प्लान बनाया है। प्रदेश सरकार दो से 31 मई की अवधि के दौरान प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी अतिथियों से यात्रा में न आने का अनुरोध कर चुकी है। इस संबंध में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र भेज कर वीआईपी के यात्रा से बचने का आग्रह किया गया।
यात्रा के लिए श्रद्धालुओं ने जिस दिन का पंजीकरण कराया है। उन्हें उसी दिन धामों में दर्शन करने की अनुमति होगी। इसके अलावा धामों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं की भीड़ के आधार पर पंजीकरण कराया जाएगा।