17 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
International Desk: ईरान-इस्राइल संघर्ष गहराया, दोनों देशों के बीच हमलों का सिलसिला जारी, अमेरिका ने लड़ाई में शामिल होने से किया इनकार ईरान और इस्राइल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस्राइल ने दावा किया है कि उसने ईरान की वायु रक्षा प्रणाली का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा नष्ट कर दिया है और उसके आधे से अधिक हवाई क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया है। इस हमले में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के खुफिया प्रमुख समेत तीन वरिष्ठ अधिकारियों की मौत हुई है।
जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इस्राइल के तेल अवीव और बंदरगाह शहर हाइफा पर 100 से अधिक मिसाइलें दागीं, जिससे 8 लोगों की मौत और 100 से अधिक घायल हो गए। इन हमलों में कई इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं, इस्राइल ने सोमवार रात ईरान के सरकारी टीवी चैनल के मुख्यालय पर भी हमला किया, जिससे स्टूडियो पूरी तरह तबाह हो गया और कई पत्रकारों की मौत की खबर है।
हाइफा में रिफाइनरी पर हमले के कारण इस्राइल ने अपनी सभी रिफाइनरी सुविधाएं बंद कर दी हैं। इस हमले में तीन कर्मचारी मारे गए और बिजली उत्पादन केंद्र को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
ईरान ने दावा किया है कि उसने तेहरान में मोसाद के एक ड्रोन निर्माण केंद्र का भंडाफोड़ किया है और दो संदिग्ध एजेंटों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक, ड्रोन पुर्जे और तकनीकी उपकरण बरामद किए गए हैं। ईरान का आरोप है कि मोसाद देश में विध्वंसक गतिविधियों की योजना बना रहा था।
संघर्ष के बीच जी7 देशों ने बयान जारी कर कहा कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती और इस्राइल को आत्मरक्षा का अधिकार है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ईरान के खिलाफ युद्ध में शामिल नहीं होगा। हालांकि ट्रंप जी7 सम्मेलन छोड़कर अमेरिका लौट आए हैं और उन्होंने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस को मध्यस्थता के निर्देश दिए हैं।
ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि उसने उस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए, जिससे मानव जीवन की यह तबाही रोकी जा सकती थी। उन्होंने कहा कि ईरान के पास किसी भी हाल में परमाणु हथियार नहीं हो सकते और सभी को तत्काल तेहरान छोड़ देना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ईरान ने अपने हमलों को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया है और कहा है कि ये कार्रवाई केवल इस्राइली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर की गई है। ईरान ने चेतावनी दी कि अगर कोई तीसरा देश इस्राइल का साथ देता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
इस बीच अमेरिका ने इस्राइल, वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी के लिए लेवल 4 ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए अपने नागरिकों को इन क्षेत्रों की यात्रा से परहेज करने की सलाह दी है। तनाव के इस माहौल में मध्य पूर्व एक बड़े युद्ध की ओर बढ़ता नजर आ रहा है।