आज का पंचांग, 26 जून 2025: आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा तिथि आज, जानें कब है राहुकाल का समय

26 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Rashifal Desk: 26 जून 2025 का पंचांग: आज आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा, बन रहा है सर्वार्थ सिद्धि योग, जानें राहुकाल, ग्रह स्थिति और                                                                                                        क्या करें-क्या न करें                                                                                                           26 जून 2025 का दिन धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आज के दिन ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति बन रही है, जिससे यह दिन पूजा-पाठ, साधना और आत्मिक उन्नति के लिए शुभ बन गया है। आइए जानें आज का पूरा पंचांग, राहुकाल, शुभ-अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति और विशेष उपाय।

🗓️ आज का पंचांग (26 जून 2025)
तिथि: शुक्ल पक्ष प्रतिपदा (समाप्ति: 27 जून, दोपहर 1:24 बजे)

वार: गुरुवार

नक्षत्र: आर्द्रा

योग: ध्रुव

विशेष योग: सर्वार्थ सिद्धि योग

सूर्योदय: सुबह 5:24 बजे

सूर्यास्त: शाम 7:22 बजे

चंद्रोदय: सुबह 5:54 बजे

चंद्रास्त: शाम 8:38 बजे

चंद्र राशि: मिथुन

⛔ राहुकाल व अशुभ समय
राहुकाल: दोपहर 2:09 बजे से 3:53 बजे तक

यमगंड काल: सुबह 5:25 से 7:10 बजे तक

गुलिक काल: सुबह 8:55 से 10:39 बजे तक

आदाल काल: सुबह 8:46 से 27 जून सुबह 5:25 बजे तक

इन कालों में शुभ कार्य टालना उचित होता है।

✅ शुभ मुहूर्त
इस समय गुरु अस्त हैं, इसलिए विवाह, नया व्यापार, वाहन या आभूषण की खरीदारी जैसे मांगलिक कार्य फिलहाल वर्जित माने जाते हैं। हालांकि, साधना और दान जैसे कार्यों के लिए यह समय शुभ है।

🌟 ग्रह स्थिति (ग्रह गोचर)
सूर्य: मिथुन

चंद्रमा: मिथुन

मंगल: सिंह

बुध: कर्क

गुरु (बृहस्पति): मिथुन

शुक्र: मेष

शनि: मीन

राहु: कुंभ

केतु: सिंह

🕉️ गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व
आज से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। यह साधना काल विशेष रूप से 10 महाविद्याओं की उपासना, तंत्र-मंत्र साधना और आत्मिक जागरण के लिए उपयुक्त है।

✅ क्या करें?
सूर्योदय से पहले स्नान कर मां दुर्गा की पूजा करें।

नवरात्रि के 9 दिन दुर्गासप्तशती का पाठ करें।

शनिवार को काली हल्दी की पूजा कर उसे तिजोरी में रखें—यह धन समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

ज़रूरतमंदों को यथाशक्ति दान करें।

❌ क्या न करें?
इन 9 दिनों में तामसिक भोजन (मांस, मदिरा, लहसुन-प्याज आदि) से परहेज करें।                                        घर में कलह, अपशब्द या किसी का अपमान करने से बचें—यह नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है।