16 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Rashifal Desk: आज का पंचांग: 16 जून 2025 — वैधृति व रवि योग में बन रहे हैं शुभ संयोग, जानें पूरा विवरण
16 जून 2025 का दिन धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। इस दिन कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि, वैधृति योग, रवि योग और धनिष्ठा नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है। सोमवार का दिन होने से शिव पूजा का विशेष महत्व भी है।
🗓️ पंचांग विवरण (16 जून 2025)
तिथि: पंचमी
(15 जून दोपहर 12:51 से 16 जून दोपहर 3:31 तक)
वार: सोमवार
नक्षत्र: धनिष्ठा
योग: वैधृति, रवि योग
सूर्योदय: सुबह 5:23 बजे
सूर्यास्त: शाम 8:46 बजे
चंद्रोदय: रात 11:20 बजे
चंद्रोस्त: सुबह 9:58 बजे
चंद्र राशि: मकर
🚫 अशुभ समय (Rahu Kaal व अन्य)
राहुकाल: सुबह 7:08 बजे से 8:52 बजे तक
यमगंड काल: सुबह 10:37 बजे से दोपहर 12:22 बजे तक
गुलिक काल: दोपहर 2:07 बजे से 3:51 बजे तक
आडल योग: सुबह 1:13 (16 जून) से सुबह 5:23 (17 जून)
विडाल योग: सुबह 5:23 (16 जून) से सुबह 1:13 (17 जून)
✅ शुभ मुहूर्त और विशेष जानकारी
पंचक की शुरुआत: आज से पंचक प्रारंभ हो रहे हैं। अगले पाँच दिनों तक कोई भी शुभ कार्य जैसे गृह प्रवेश, विवाह, वाहन या कीमती वस्तु की खरीदारी न करें। ज़रूरत हो तो पहले ज्योतिषीय परामर्श लें।
स्नान-दान महायोग: सोमवार को जल में दूध मिलाकर स्नान करें। मान्यता है कि इससे धन से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है।
🪐 ग्रह स्थिति (Grah Gochar)
सूर्य: मिथुन
चंद्रमा: मकर
मंगल: सिंह
बुध: मिथुन
गुरु (बृहस्पति): मिथुन
शुक्र: मेष
शनि: मीन
राहु: कुंभ
केतु: सिंह
🕉️ सोमवार का महत्व
यह दिन शिव भक्ति के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
आज के दिन नई चूड़ियां पहनना, सौभाग्य सामग्रियों का दान करना विशेष फलदायक होता है।
माता पार्वती की कृपा पाने और पति की लंबी उम्र के लिए यह दिन बेहद शुभ है।
❗ क्या करें:
शिवजी को जल अर्पित करें।
सुहाग की सामग्री (चूड़ियां, बिंदी, सिन्दूर आदि) दान करें।
❗ क्या न करें:
शिव पूजा में तुलसी का प्रयोग न करें।
माता (स्त्रियों) का अपमान न करें — इससे सौभाग्य बाधित होता है।