घर में मिले तीन श*व: क्या खान-पान बना मौ*त की वजह? रहस्यमयी हालात से मचा हड़कंप, कारणों पर उठे सवाल

27 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

National Desk:  सगरासुंदरपुर के घर में मिले तीन श*व: फूड-पॉइज़निंग या जहर? फोरेंसिक जांच में जुटी पुलिस                                                                                                                          प्रतापगढ़ (सगरासुंदरपुर), 27 जून — लीलापुर थाना क्षेत्र के सगरासुंदरपुर में गुरुवार की सुबह एक ही परिवार के तीन घरवालों —  दुकानदार अंकित पटवा (26), उनकी पत्नी रिया (22) और मां आशा देवी (48) — की रहस्यमयी मौत की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई। परिवार का छह महीने का बेटा कार्तिक कमरे में लिपटा मिला। पुलिस को संदेह है कि यह फूड-पॉइज़निंग या जहर से हुई मौ*त हो सकती है। पड़ोस से जमीन विवाद और झाड़-फूंक वाले व्यक्ति पर भी पुलिस की नज़र है।

कैसे पता चला मामला:
बुधवार रात परिवार पहले मंजिल के कमरे में सोने गया, जबकि मकान की 70 वर्षीय दादी यशोदा देवी निचले तल पर थीं। सुबह दूध लेकर आए व्यक्ति ने दुकान का शटर आधा खुला पाया, लेकिन अंदर कोई जवाब नहीं मिला। पड़ोसी अशोक जायसवाल को सूचना दी गई, जिन्होंने जाकर देखा और शोर मचाया। जब उन्होंने घर का दरवाजे खोला तो बेड पर तीनों मृ*त मिले, जबकि कार्तिक मां से चिपटा रो रहा था।

हमले की संभावनाएं:
– मृ*तकों के मुंह और नाक से झाग निकल रहा था।
– रात में मिठाई खाने की पुष्टि हुई है; मिठाई के डिब्बे सहित कई संदिग्ध सामग्री फॉरेंसिक टीम ने जब्त की।
– चाची व पड़ोसी राजकुमार और धर्मेंद्र पटवा के साथ जमीन विवाद की जानकारी भी सामने आई, जो हत्या की साजिश के संकेत हो सकते हैं। पुलिस ने धर्मेंद्र और झाड़-फूंक करने वाले व्यक्ति को हिरासत में लिया।

फॉरेंसिक जांच जारी:
– श*वों का वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम हुआ, विषैले पदार्थ निगलने की संभावना जताई गई है।
– विसरा (टॉक्सिक सैंपल) लैब को भेजा गया है।
– विसरा रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई तय होगी।

आगे की कार्रवाई:
– पुलिस चार टीमों में विभाजित जांच कर रही है, घर की हर कोठरी खंगाली जा रही है।
– पड़ोसी, रिश्तेदारों और झाड़-फूंक वाले व्यक्ति से सख्त पूछताछ जारी है।
– कार्तिक का मेडिकल परीक्षण कराया गया और डॉक्टरों का कहना है कि उसकी जान फिलहाल सुरक्षित है।

रहस्य अभी खुला नहीं, फॉरेंसिक रिपोर्ट और विसरा परीक्षण से देर-सवेर इस त्रासदी की वजह सामने आएगी।