दिल्ली में 6 दिन के लिए आंधी-बारिश का अलर्ट, हरियाणा में ओलावृष्टि के आसार, राजस्थान को मिलेगी गर्मी से राहत

16 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

National Desk: दिल्ली में मौसम बदला, अगले 6 दिन तक बारिश और आंधी का अलर्ट                             रविवार सुबह दिल्ली में हुई तेज बारिश के बाद लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों तक दिल्ली और आसपास के इलाकों में आंधी-तूफान और बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही, राजस्थान, हरियाणा और अन्य राज्यों में भी मौसमी गतिविधियां बढ़ने की संभावना है।

दिल्ली का मौसम: गर्मी से राहत, बारिश जारी
रविवार को हुई बारिश के बाद दिल्ली का तापमान काफी हद तक सामान्य हुआ है। आज (16 जून) दिल्ली का अधिकतम तापमान 36°C और न्यूनतम तापमान 20°C रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट आ सकती है। हालांकि, बारिश के बीच-बीच में धूप निकलने की भी संभावना है।

उत्तर भारत में मौसमी हलचल
हरियाणा: उत्तरी हरियाणा के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है।

राजस्थान: आज यहां बारिश होने की संभावना है।                                                                    उत्तराखंड, पंजाब: 16-17 जून को इन राज्यों में गरज के साथ बारिश और 50-70 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

दक्षिण और मध्य भारत में भारी बारिश
तमिलनाडु, तेलंगाना: 16 और 19 जून को बिजली कड़कने और तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना।

केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक: 18-19 जून को भारी बारिश का अनुमान।

महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात: 18-21 जून के बीच कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में बारिश हो सकती है।

पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में मौसम का हाल
बिहार, झारखंड, ओडिशा: 16-20 जून के बीच आंधी-तूफान और बारिश की संभावना।

पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अंडमान-निकोबार: 16-19 जून तक बिजली कड़कने और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।

पूर्वोत्तर राज्य: नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी भारी वर्षा का अलर्ट है।

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड: 20-21 जून को भारी बारिश की संभावना।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान: इसी दौरान तेज बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अपडेटेड जानकारी लेते रहने की सलाह दी है। किसानों और यात्रियों को मौसम के हालात का ध्यान रखते हुए योजना बनाने की सिफारिश की गई है।