दिल्ली में धूमधाम के साथ मनाई गई श्री उवसग्गहरं स्तोत्र साधना

दिल्ली में धूमधाम के साथ मनाई गई श्री उवसग्गहरं स्तोत्र साधना
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 30 सितंबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

National Desk: दिल्ली के ऋषभ विहार में धूमधाम के साथ आयोजित हुई श्री उवसग्गहरं स्तोत्र साधना    ऋषभ विहार, दिल्ली: श्री एस एस जैन सभा, ऋषभ विहार के तत्वाधान में श्री उवसग्गहरं स्तोत्र साधना का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपप्रवर्तक आनंद मुनि जी महाराज एवं श्रमणी गौरव विदुषी महासाध्वी श्री शक्ति प्रभा जी महाराज की गरिमामय उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में एस एस जैन सभा के अध्यक्ष राजीव जैन (CA) ने बताया कि मंगल आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ध्यानयोगी आचार्य सम्राट पूज्य डॉ. श्री शिव मुनि जी महाराज तथा उत्तर भारतीय प्रवर्तक पूज्य श्री सुभद्र मुनि जी महाराज का भी आशीर्वाद उपस्थित था।

कार्यक्रम की शुरुआत गुरुओं की वंदना के साथ हुई, जिसमें श्री राकेश जैन, श्री गौरव जैन एवं सुपुत्र श्री जयपाल जैन ने ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

ऑल इंडिया जैन कांफ्रेंस और विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक तथा धार्मिक संस्थाओं के गणमान्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। इनमें श्री महेन्द्र बोकरिया, श्री रमेश जैन ‘शामड़ी’, श्री विनय जैन, श्री सुभाष ओसवाल, श्री जयकुमार जैन सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियाँ शामिल थीं।

इस अवसर पर जैन महिला मंडल, नवयुवक मंडल और स्थानीय समाज के लोगों ने विशेष भागीदारी दी। जैन समाज द्वारा उवसग्गहरं स्तोत्र पर आधारित नाटिका का मंचन भी किया गया, जिसे उपस्थित लोगों ने सराहा।

साधना के दौरान पूज्य श्री अनुपम मुनि जी, उपप्रवर्तक आनंद मुनि जी, दिवाकर मुनि जी, दीपेश मुनि जी और महासाध्वी श्री शक्ति प्रभा जी महाराज ने उवसग्गहरं स्तोत्र के महत्व और इसके आध्यात्मिक लाभों पर प्रवचन दिए। उन्होंने बताया कि इस स्तोत्र का जाप व्यक्ति को मानसिक शांति, संतोष, विवेक, सकारात्मक ऊर्जा और जीवन में संतुलन प्रदान करता है।

डाॅ. साध्वी अक्षिता जी, साध्वी रक्षिता जी और अन्य साध्वी वृंद ने स्तोत्र पाठ के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह साधना व्यक्ति के पारिवारिक और सामाजिक संबंधों को मधुर बनाती है और जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाने में सहायक है।

कार्यक्रम का समापन उपप्रवर्तक आनंद मुनि जी महाराज द्वारा मंगल पाठ और साधना के आशीर्वाद के साथ किया गया। एस एस जैन सभा ऋषभ विहार की पूरी कार्यकारिणी, महिला मंडल और नवयुवक मंडल ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी महानुभावों और परिवारों का जैन समाज ने माला पटका पहनाकर सम्मान किया और उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

इस प्रकार, ऋषभ विहार में आयोजित श्री उवसग्गहरं स्तोत्र साधना आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक समृद्धि का अनुपम उदाहरण बनी।