दीपावली की सुबह चंडीगढ़ में बेटे द्वारा मां की नृशंस ह*त्या

चंडीगढ़,22 Oct 2025 Fact Recorder

Chandigarh Desk : सेक्टर-40 डी – रोशनी के पर्व दीपावली की सुबह चंडीगढ़ में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक बेटे ने अपनी ही मां को चाकू से गो*दकर बेरहमी से मौ*त के घाट उतार दिया। वार*दात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया, जिसे पुलिस ने मुरथल टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया।

44 वर्षीय आरोपी रवींद्र उर्फ रवि मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया जा रहा है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुला खौफनाक सच

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरे मामले की वीभत्सता को उजागर कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मृ*तका सुशीला देवी के शरीर पर चा*कू के कुल 16 घाव थे। गर्दन, पीठ, पेट और हाथों पर ग*हरे वा*र किए गए। चाकू गर्दन में इतनी गहराई तक घुस चुका था कि बचने की कोई संभावना ही नहीं थी।

हत्या के बाद आरोपी ने बदले कपड़े, छिपाया हथि*यार

हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खू*न से स*ने कपड़े बदल लिए और वा*रदात में इस्तेमाल चा*कू को पास के जंगल में छिपा दिया। फिर वह अपनी कार लेकर भाग निकला। पुलिस ने चा*कू और कपड़े बरामद कर लिए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि चा*कू सामान्य घरेलू नहीं था, जिससे संदेह है कि यह हमला पूर्व नियोजित हो सकता है।ह*त्या के बाद आरोपी ने बदले कपड़े, छिपाया चा*कू

ह*त्या के बाद रवींद्र ने घर के पास जंगल में चा*कू और खू*न से सने कपड़े छिपा दिए और कार लेकर फरार हो गया। जांच में पता चला है कि चा*कू सब्जी काटने वाला नहीं था, जिससे पुलिस को शक है कि वह इसे पहले से योजना बनाकर लाया था।

मानसिक रूप से अस्वस्थ था आरोपी, पत्नी पहले ही छोड़ चुकी थी साथ

जानकारी के मुताबिक, रवींद्र का मानसिक इलाज सेक्टर-32 के अस्पताल में चल रहा था और वह कुछ समय पहले वहां भर्ती भी रहा था। उसकी पत्नी करीब एक साल पहले उसे छोड़कर मायके चली गई थी और बेटी भी उसी के साथ रहती है। रवींद्र पंजाब यूनिवर्सिटी में क्लर्क रह चुका है, जबकि उसके पिता भी वहीं काम करते थे। तीन साल पहले एक सड़क दुर्घटना में पिता की मौ*त हो गई थी।

पड़ोसी की सतर्कता से सामने आया मामला

पड़ोसी आकाश बेन्स ने बताया कि दीपावली की सुबह करीब 7 बजे जोर-जोर से रोने और चीखने की आवाजें सुनाई दीं। जब वे ऊपर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। कुछ देर बाद रवींद्र बाहर निकला, उसके कपड़े खू*न से सने हुए थे। अंदर जाकर देखा तो सुशीला देवी खू*न में लथपथ पड़ी थीं। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।