मामले के मास्टरमाइंड राजकरण का फाइल फोटो।
रोहतक निवासी फिजियोथैरेपिस्ट को जिंदा दबाने के मामले में पुलिस ने दादरी जिले के पैंतावास कलां निवासी मास्टरमाइंड राजकरण को पकड़ लिया है। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर तीन महीने से लापता झज्जर जिले के मांडौठी निवा
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बीते सोमवार को दादरी के पैंतावास कलां से शव बरामद कर लिया या था लेकिन मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर था।पुलिस सूत्रों व ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने उसे पकड़ लिया है लेकिन अभी गिरफ्तारी नहीं दिखाई है और ना ही ये बताया है कि उसे कहा से पकड़ा गया है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी दिखाकर पूछताछ करेगी जिसके बाद मामले का पूरा खुलासा होगा।

मृतक जगदीप का फाइल फोटो।
पत्नी से अवैध संबंधों के चलते दिया वारदात को अंजाम बता दे कि मूलरूप से झज्जर के मांडौठी गांव का रहने वाला जगदीप रोहतक की जनता कॉलोनी में एक महिला के मकान में किराए पर कमरा लेकर रहता था। वहीं उसकी पहचान चरखी दादरी के पैंतावास कलां गांव निवासी महिला से हुई थी। दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। इस बात की जानकारी महिला के पति राजकरण को लगी। वह रोहतक पहुंचा और जगदीप का मोबाइल चेक किया। उसमें पत्नी के साथ उसकी तस्वीरें देखीं। गुस्से में उसने हत्या की योजना बना ली। इसके बाद वह अपने गांव पैंतावास कलां लौटा और हत्या के लिए अपने साथी हरदीप,धर्मपाल और एक अन्य को साथ मिला लिया।

बीते सोमवार को गहरे गड्ढे से शव निकालते पुलिस टीम।
रोहतक से अपहरण कर पैंतावास कलां में दबाया
इसके बाद अपहरण कर पैंतावास कलां में सात फीट से अधिक गहरे गड्ढे में उसे जिंदा दबा दिया। जगदीप 24 दिसंबर को आखिरी बार यूनिवर्सिटी गए थे। जब एक माह तक सुराग नहीं मिला तो ताऊ ईश्वर ने 3 फरवरी को शिवाजी कॉलोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच में सामने आया कि 24 दिसंबर की शाम चार युवक उन्हें जनता कॉलोनी स्थित किराए के मकान से हाथ-पैर बांधकर गाड़ी में डालकर ले गए। पुलिस ने मौके से मोबाइल फोन का डंप डेटा उठाया तो पैंतावास कलां के युवकों की लोकेशन सामने आई। पुलिस ने गांव के दो युवकों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। दोनों ने वारदात कबूल ली। उनकी निशानदेही पर पुलिस उस जगह पहुंची जहां जगदीप को जिंदा गाड़ा गया था।

बीते को शव को बरामद कर ले जाते हुए रोहतक पुलिस।
बीते सोमवार को शव किया था बरामद
बीते सोमवार को रोहतक एएसपी शशी शेखर की अगुआई में व दादरी सदर थाना प्रभारी आईपीएस दिव्यांशी सिंगला की मौजूदगी में शव बरामद करने के लिए खुदाई का कार्य करवाया गया। हालांकि आरोपी ने व्यक्ति को दबाने वाली लोकेशन सही बता दी थी उसके बावजूद टीम को शव बरामद करने में घंटों लग गए। आरोपियों द्वारा शव को सात फीट से अधिक गहरा खोदकर सीधा गाड़ा गया था। जब शव के कमर से नीचे तक का हिस्सा खोद लिया गया तो रस्सी बांधकर शव को बाहर निकालने का प्रयास किया गया लेकिन जमीन में दबा होने के कारण बाहर नहीं निकाला जा सका जिसके चलते नीचे तक खुदाई करने पर काफी समय लग गया और अंधेरा होने पर टॉर्च की रोशनी में खुदाई कर रस्सी से के सहारे शव को बाहर निकाला गया।
पुलिस ने जगदीप के शव को बरामद कर लिया था लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर था। गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने उसे पकड़ लिया है और जल्द उसकी गिरफ्तारी दिखाई जाएगी।