19/April/2025 Fact Recorder
युवक को नहर से निकाल कर LNJP अस्पताल में कराया भर्ती।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में बीती रात एक शख्स आंधी-तूफान के बीच 1 घंटे तक नहर में जिंदगी और मौत के बीच फंसा रहा। आखिरकार उसे गोताखोरों की टीम ने बचा लिया। अभी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। वह इतना ही बोल रहा है कि उसे खुद नहीं पता चला कि वह कैसे नहरl
दरअसल, करीब 40 साल का ये शख्स नहर की पटरी से हाेता हुआ साइकिल पर अपने घर की तरफ जा रहा था। रास्ते में रात को तेज आंधी-तूफान की वजह से उड़कर साइकिल समेत नहर में गिर गया। यह घटना रात करीब 11 बजे की है। नहर में गिरते ही उसने शोर मचाना शुरू कर दिया।
अनजान नंबर से आई सूचना
गोताखोर प्रगट सिंह के मुताबिक, रात करीब 11 बजे उनको अनजान नंबर से कॉल आई कि नरवाना ब्रांच नहर (भाखड़ा) में कोई युवक गिर गया है। वो लगातार बहते हुए आगे जा रहा है। वे भी नहर की पटरी से होते हुए उसके पीछे जा रहे थे। इस सूचना पर वे अपनी टीम के साथ युवक को बचाने के लिए गाड़ी में चल दिए।
12 किलोमीटर तक बहता रहा
गोताखोर की टीम गाड़ी में नहर की पटरी से आगे की तरफ हो लिए। करीब 12 किलोमीटर चलने के बाद बचगांव पुल के पास काफी लोगों को देखकर रुक गए। यहां युवक पानी में ऊपर-नीचे हो रहा था। उसकी लोकेशन का अंदाजा लगाकर गोताखोर प्रगट सिंह अपने साथी दीप के साथ नहर में कूद गए और कड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला।
LNJP में चल रहा इलाज
बचाव के तुरंत बाद उसे एम्बुलेंस के जरिए LNJP अस्पताल भेजा गया, जहां उसका इलाज जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक युवक होश में है, लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहा। अभी उसकी पहचान नहीं हो सकी है। उसकी साइकिल का कोई अता-पता नहीं लग पाया। उधर, पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।
सुरक्षा बाड़ लगाने की मांग उठी
घटना के बाद नहर किनारे की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि नहर के किनारों पर कोई बैरिकेड, सुरक्षा बाड़ या अन्य सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं। मांग है कि प्रशासन कम से कम नहर किनारे बसे गांवों और डेरे के पास सुरक्षा बाड़ लगवाए ताकि हादसों से बचाव हो सके।
