Khalistan Supporter MP Amritpal Singh; Aides Left For Delhi Will Reach Amritsar Soon

20/March/2025 Factrecorder

असम के डिब्रूगढ़ पुलिस स्टेशन से अमृतपाल सिंह के साथियों को दिल्ली रवाना करने के लिए लेकर जाने के लिए पहुंची पंजाब पुलिस की टीम।

पंजाब में खालिस्तान समर्थक व खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के सात साथियों को पंजाब लाया जा रहा है। पंजाब पुलिस की एक विशेष टीम अमृतपाल के तीन साथियों को लेकर इंडिगो फ्लाइट से डिब्रूगढ़ से दिल्ली रवाना हो चुकी है, जबकि बाकी चार साथियों को जल्द ही दिल्ली पहुंचने के बाद या सड़क या हवाई मार्ग से सभी साथियों को एक साथ अमृतसर शिफ्ट किया जाएगा। अनुमान है कि आज देर शाम या कल सुबह सभी साथियों को अमृतसर की अजनाला कोर्ट में पेश कर फरवरी 2023 में थाने पर हुए हमले को लेकर रिमांड हासिल किया जाएगा।गौरतलब है कि, पंजाब सरकार ने इन सभी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) जारी रखने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद चार दिन पहले से ही पंजाब पुलिस अमृतपाल के साथियों को लेने के लिए असम के डिब्रूगढ़ पहुंच चुकी है।असम के डिब्रूगढ़ पुलिस स्टेशन से अमृतपाल सिंह के साथियों को दिल्ली रवाना करने के लिए लेकर जाने के लिए पहुंची पंजाब पुलिस की टीम।

7 साथियों का किया गया है एनएसए खत्म

जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल सिंह, पप्पलप्रीत सिंह और वरिंदर विक्की को अभी डिब्रूगढ़ जेल में ही रहना होगा। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चल रही उनकी एनएसए की अगली सुनवाई 22 मार्च को होनी है, जिसके बाद सरकार आगे का फैसला लेगी। जबकि 7 साथियों का ही एनएसए खत्म करने का फैसला लिया गया है। जिनके नाम इस प्रकार हैं-

  • भगवंत सिंह उर्फ ‘प्रधानमंत्री’ बाजेके: ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख सदस्य।
  • दलजीत सिंह कलसी: अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी और संगठन के प्रमुख सदस्य।
  • बसंत सिंह: संगठन के सक्रिय सदस्य।
  • गुरमीत सिंह: संगठन के सक्रिय सदस्य।
  • जीत सिंह: संगठन के सक्रिय सदस्य।
  • हरजीत सिंह: अमृतपाल सिंह के चाचा।
  • लवप्रीत सिंह तूफान: संगठन का सदस्य।

बीते कुछ दिनों से पंजाब पुलिस डिब्रूगढ़ में है और इस दौरान उन्होंने सभी सात आरोपियों का ट्रांजिट रिमांड हासिल किया।

अमृतपाल के भागने की पूरी कहानी

1. पुलिस ने 18 मार्च 2023 को पीछा शुरू किया

18 मार्च 2023 की सुबह करीब 11:15 बजे पुलिस ने प्लानिंग के अनुसार अमृतपाल की मर्सिडीज कार का पीछा शुरू किया। अमृतपाल को इसकी भनक लग चुकी थी। अमृतपाल ने अपनी मर्सिडीज शाहकोट-मोगा हाईवे पर बाजवा कलां गांव के पास बने फ्लाईओवर के नीचे छोड़ दी। मर्सिडीज को चाचा व ड्राइवर ले गए। इसके बाद वह एक ब्रेजा कार में बैठ भाग गया।

2. मर्सिडीज चाचा ले गया, अमृतपाल ब्रेजा में सवार हो गया

ब्रेजा में अमृतपाल के ही एक शागिर्द मनप्रीत ने उसे दादोवाल गांव तक पहुंचाया। वहां उसने नशा मुक्ति केंद्र में युवकों से कपड़े लिए। इसके बाद मनप्रीत उसे नंगल अंबिया गांव में बने गुरुद्वारे में ले गया। यह ब्रेजा कार किसी और की नहीं, अमृतपाल के ही मीडिया एडवाइजर पप्पलप्रीत सिंह की थी।

3. गुरुद्वारे में ग्रंथी को बनाया बंधक

पुलिस के अनुसार, अमृतपाल व उसके साथी गांव नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में पहुंचे। यहां ग्रंथी को हथियारों के बल पर बंधक बनाया गया। एक घंटा वे यहां रुके। अमृतपाल ने खाना खाया, कपड़े बदले और अपना हुलिया भी।

4. फोन पर हरियाणा के रेवाड़ी में बातचीत

अमृतपाल सिंह के साथी गुरुद्वारा में उसे भगाने की प्लानिंग कर रहे थे। उसके साथियों ने हरियाणा के रेवाड़ी में किसी से बातचीत की। इसके बाद कार में ही वह गांव के एक स्मारक के पास पहुंचा। जहां दो बाइक पर तीन युवक पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे। यहां मनप्रीत ब्रेजा लेकर अपने घर पहुंच गया और अमृतपाल बाइक पर भाग गया।

5. मोगा के गांव रोडे से गिरफ्तारी

वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने 36 दिन की फरारी के बाद 22 अप्रैल 2023 को मोगा जिले में रोडे गांव के गुरुद्वारे से रविवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर अरेस्ट कर लिया गया। ये जरनैल सिंह भिंडरांवाला का गांव है। इसके बाद पंजाब पुलिस उसे बठिंडा के एयरफोर्स स्टेशन ले गई, जहां से वे डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया।