16 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
International Desk: ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई को तेहरान के हाई-सिक्योरिटी बंकर में स्थानांतरित किया गया मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को तेहरान के सबसे सुरक्षित स्थान लाविजान मिलिट्री बेस के एक अंडरग्राउंड बंकर में ले जाया गया है। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, क्योंकि ईरान और इजराइल के बीच हाल के दिनों में तनाव बढ़ा है।
लाविजान बंकर: ईरान का सबसे सुरक्षित ठिकाना
यह बंकर तेहरान से 16 किमी दूर लाविजान क्षेत्र में स्थित है, जहां ईरानी सेना का मुख्यालय भी है। इस बंकर को ईरान की सेना और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) द्वारा सुरक्षित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, यहां मिसाइल उत्पादन और परमाणु अनुसंधान से जुड़ी गतिविधियां भी होती हैं। इजराइल या अमेरिका द्वारा इस पर हमला करना मुश्किल माना जाता है, क्योंकि यहां एक गुप्त यूरेनियम संवर्धन स्थल भी होने की आशंका है।
खामेनेई का यहां से संचालन करने की संभावना
86 वर्षीय खामेनेई, जो 1989 से ईरान के सर्वोच्च नेता हैं, इस बंकर से ही देश का नेतृत्व कर सकते हैं। उन्हें पहले भी सुरक्षा कारणों से इसी बंकर में ले जाया गया है।
परमाणु जोखिम का खतरा: अगर इस क्षेत्र पर हमला होता है, तो रेडिएशन लीक से तेहरान और आसपास के इलाकों में भारी तबाही हो सकती है।
ईरानी सेना का कमांड सेंटर: लाविजान बेस ईरानी सैन्य नियंत्रण का केंद्र है। अगर यहां कोई बड़ा हमला होता है, तो ईरान की सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो सकती है।
इजराइल के लिए चुनौती
इजराइल ने हाल ही में ईरान पर हमले की धमकी दी थी, लेकिन लाविजान जैसे हाई-सिक्योरिटी जोन पर हमला करना रणनीतिक रूप से जोखिम भरा होगा।
अगर इजराइल यहां हमला करता है, तो परमाणु दुर्घटना का खतरा हो सकता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी आलोचना होगी।
ईरान में सर्वोच्च नेता की भूमिका
ईरान में सर्वोच्च नेता का पद सबसे शक्तिशाली होता है, जो सेना, परमाणु कार्यक्रम और विदेश नीति पर अंतिम फैसला लेता है। खामेनेई ने 1981 से 1989 तक राष्ट्रपति का पद भी संभाला था और ईरान के पहले सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खुमैनी के करीबी रहे हैं।
क्या होगा आगे?
ईरानी सरकार ने अभी तक खामेनेई के स्थानांतरण पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर इस बात पर है कि क्या इजराइल या अमेरिका ईरान के इस कदम को चुनौती देगा?
अगर लाविजान पर हमला होता है, तो इससे पूरे मध्य-पूर्व में युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।