18/April/2025 Fact Recorder
गांव दोस्तपुर में अवैध खनन के कारण बनी गहरी खाई
हरियाणा के नारनौल में राजस्थान की सीमा के सथ लगते गांव दोस्तपुर में लगातार अवैध खनन जारी है। इस बारे में ग्रामीण लगातार सोशल मीडिया पर गांव में अवैध रूप से खनन होने की वीडियो व फोटो शेयर कर रहे हैं। वहीं प्रशासन का कहना है कि हरियाणा की सीमा में अवैधl
गांव दोस्तपुर के सरपंच प्रतिनिधि बबरूभान, ग्रामीण नितिन कुमार, राजाराम, सुमेर सिंह, दीपक आदि ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ का खनन विभाग लगातार फील्ड में औचक निरीक्षण नहीं कर रहा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तथा विभाग के महानिदेशक के एम पांडुरंग लगातार पूरे प्रदेश से इस संबंध में रोजाना रिपोर्ट ले रहे हैं। मगर गांव दोस्तपुर की पंचायती जमीन पर हुए अवैध खनन पर जिला प्रशासन की चुप्पी इस बात की और इशारा कर रहा है। ग्राम पंचायत दोस्तपुर की जमीन का सरेआम अवैध खनन किया जा रहा है। ग्राम पंचायत दोस्तपुर के लोगों ने बताया कि वे जिला महेंद्रगढ़ के प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री तक शिकायत दे चुके हैं। उसके बावजूद अवैध खनन संचालक धड़ल्ले से कर रहे हर रोज हैवी ब्लास्टिंग कर रहे हैं। अवैध खनन संचालक के खिलाफ 2 साल से थाना नांगल चौधरी में मुकदमा दर्ज है। जिसमें अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस प्रशासन से जब इस विषय पर बात की जाती है तो उनका कहना इस मामले में कोर्ट केस चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक अवैध खनन संचालकों की गिरफ्तारी नहीं होगी, ग्राम पंचायत दोस्तपुर के लोग खुलकर सरकार का विरोध करेंगे और जरूरत पड़ी तो गांव में धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा।
डीसी बोले, राेज हो रही निगरानी
उपायुक्त डॉ विवेक भारती के अनुसार खनन विभाग लगातार फील्ड में रहकर अवैध खनन तथा खनिज के अवैध परिवहन को लेकर कड़ी निगरानी कर रहा है। पिछले 10 दिनों में खनन विभाग ने 2382 वाहनों की चेकिंग की। इस दौरान दस वाहन जब्त किए। इस दौरान 14 एफआईआर दर्ज की गई 30 लाख रुपए जुर्माना लगाया।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तथा विभाग के महानिदेशक के एम पांडुरंग लगातार पूरे प्रदेश से इस संबंध में रोजाना रिपोर्ट ले रहे हैं। जिला खनन इंजीनियर डॉ राजेश कुमार ने बताया कि पिछले 10 दिनों में राजस्थान से अवैध तरीके से बजरी व रोड़ी ढोने के मामले में 30 लाख रुपए जुर्माना लगाया गया है। इसमें से 14.50 लाख रुपए जुर्माना पकड़े गए चार वाहनों की उगाही करके सरकारी खजाने में जमा करवाए गए हैं।
