12 Feb 2025: Fact Recorder
भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल स्क्वॉड का ऐलान हो चुका है। रोहित की पलटन इस टूर्नामेंट में जसप्रीत बुमराह के बिना मैदान पर उतरेगी। हर्षित राणा को बुमराह की जगह पर मौका मिला है।
चैंपियंस ट्रॉफी के घमासान के लिए टीम इंडिया का फाइनल स्क्वॉड आ चुका है। भारतीय फैन्स के लिए बुरी खबर यह है कि जसप्रीत बुमराह इस टूर्नामेंट में खेलते हुए दिखाई नहीं देंगे। बुमराह इंजरी की वजह से बाहर हो गए हैं और उनकी जगह पर हर्षित राणा को मौका मिला है। वहीं, मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती की अचानक टीम में एंट्री हुई है। वरुण को लाने के लिए यशस्वी जायसवाल की सिलेक्ट्स ने कुर्बानी दे डाली है। आइए आपको बताते हैं फाइनल स्क्वॉड के बाद कितनी दमदार दिख रही रोहित की पलटन और किन कमजोरियों की वजह से दुबई में बिगड़ सकता है खेल।
क्या है टीम इंडिया का कॉम्बिनेशन
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुनी गई भारतीय टीम में कुल 15 खिलाड़ियों को जगह दी गई है। 6 स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों को टीम में रखा गया है, जिसमें दो विकेटकीपर शामिल हैं। इसके साथ ही टीम में चार ऑलराउंडर्स को जगह दी गई है, जिसमें से तीन स्पिन बॉलिंग करते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि टीम में सिर्फ दो ही प्रमुख तेज गेंदबाजों को मौका मिला है, जबकि दो स्पेशलिस्ट स्पिनर्स को रखा गया है।
टीम इंडिया की ताकत
भारतीय टीम की सबसे बड़ी ताकत टीम का स्पिन डिपार्टमेंट नजर आ रहा है। वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव का साथ देने के लिए रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर को भी रखा गया है। दुबई में अगर स्पिनर्स को पिच से मदद मिली, तो रोहित की पलटन से पार पाना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होगा। वरुण अपनी काबिलियत का नमूना साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ पेश कर चुके हैं।
वहीं, कुलदीप के आगे दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज पानी मांगते हुए नजर आते हैं। जडेजा और अक्षर की हालिया फॉर्म अच्छी है और अपना दिन होने पर यह किसी भी बैटिंग ऑर्डर की धज्जियां उड़ाने का दमखम रखते हैं।
बैटिंग ऑर्डर में गहराई
भारतीय टीम के बैटिंग ऑर्डर में भी गहराई नजर आ रही है। छह स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों के साथ-साथ टीम में चार ऑलराउंडर्स भी मौजूद हैं। वहीं, हर्षित राणा और कुलदीप यादव भी ठीक-ठाक बल्लेबाजी कर लेते हैं। यानी अगर किसी मैच में टॉप ऑर्डर बुरी तरह से फेल होता है, तो मध्यक्रम और निचले क्रम के बल्लेबाज टीम को मुश्किल परिस्थितियों से निकाल सकते हैं।
रोहित की पलटन का कमजोर पक्ष
टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी फास्ट बॉलिंग नजर आ रही है। मोहम्मद शमी इस समय लय में नहीं हैं। इंग्लैंड के खिलाफ दोनों ही वनडे मैचों में शमी ने काफी रन लुटाए। इसके साथ ही अर्शदीप ने अपने वनडे करियर में सिर्फ एक बार ही 10 ओवर का कोटा पूरा किया है। उन्हें यह फॉर्मेट कुछ खास रास नहीं आता है। हर्षित राणा के पास अनुभव नहीं है और डर यह है कि वह दबाव वाले मैचों में बिखर ना जाएं।
बल्लेबाजी क्रम मजबूत तो दिख रहा है, लेकिन इस स्क्वॉड में इनफॉर्म बल्लेबाज काफी कम नजर आ रहे हैं। विराट कोहली फ्लॉप चल रहे हैं, तो राहुल-हार्दिक का बल्ला भी इंग्लैंड के खिलाफ खामोश ही रहा है। पंत ने लंबे समय से इस फॉर्मेट में कोई मैच नहीं खेला है। कुल मिलाकर दो से तीन ही बैटर ऐसे हैं, जिनकी हालिया फॉर्म चिंता की बात नहीं है।
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