हिमाचल प्रदेश के प्राइमरी टीचर आज बच्चों को पढ़ाने का काम छोड़कर शिमला में शिक्षा निदेशालय का घेराव करेंगे।प्राइमरी टीचर फेडरेशन (PTF) ने शिक्षा निदेशालय के घेराव का ऐलान कर रखा है। इनका कहना है कि सरकार ने शिक्षाविदों को पूछे बगैर शिक्षा निदेशालय का ग
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टीचरों को बिल्कुल भी नहीं पूछा जा रहा है। इससे PTF भड़क उठा है। एसोसिएशन ने साफ किया है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आज से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल भी शुरू की जा सकती है।
इस बीच शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने PTF के दो शिक्षक नेताओं को बीते कल नोटिस जारी कर हड़ताल वापस लेने की चेतावनी दी है। ऐसे नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही गई है। मगर PTF ने इन आदेशों की परवाह किए बगैर शिक्षा निदेशालय का हर हाल में घेराव करने का निर्णय लिया है।

प्रदेश में 22 हजार प्राइमरी टीचर
प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों की संख्या 22 हजार से ज्यादा है, जोकि ढाई लाख से ज्यादा बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में इनके हड़ताल पर जाने से आज बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने वाली है।
वहीं शिक्षा सचिव PTF के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश शर्मा और सचिव संजय पीसी को नोटिस दिया है। जगदीश शर्मा ने कहा, उन्हें जेल में डालों या फिर सस्पेंड कर दो, उनकी हड़ताल होकर रहेगी।
शिक्षा निदेशालय के पुनर्गठन का विरोध
बता दें कि प्राइमरी शिक्षक शिक्षा निदेशालय के पुनर्गठन का विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है निदेशालय के गठन का फैसला स्टेक-होल्डर को पूछे बगैर किया गया है। यही नहीं निदेशालय का स्वरूप क्या रहेगा, इसे लेकर भी शिक्षकों को नहीं पूछा जा रहा।
शिक्षा में सुधार शिक्षाविद ला सकते हैं। मगर निदेशालय के गठन के लिए शिक्षाविद को न पूछकर केवल ब्यूरोक्रेट की राय ली जा रही है। शिक्षाविद को कोई विश्वास में नहीं ले रहा।
