03 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Himachal Desk: हिमाचल में कहर: 17 जगह फटे बादल, 34 लोग लापता, पूरा गांव बहा; वायुसेना से मांगी गई मदद
शिमला/मंडी – हिमाचल प्रदेश में सोमवार रात बादल फटने की 17 घटनाओं ने तबाही मचा दी। प्रदेशभर से अब तक 34 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें से अधिकांश मंडी जिले के सराज क्षेत्र के हैं। आपदा में तीन और शव बरामद किए गए हैं। राज्य सरकार ने वायुसेना से मदद मांगी है, जबकि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।
धर्मपुर का स्याठी गांव जलसैलाब में बहा, 61 लोगों की बचाई गई जान
मंडी जिले के धर्मपुर उपमंडल में स्याठी गांव पूरी तरह बाढ़ में बह गया। गांव के 61 लोगों को समय रहते सुरक्षित निकाला गया, लेकिन कई अन्य अब भी लापता हैं। मंगलवार को मिले तीन शवों के बाद लापता लोगों की संख्या 34 हो गई है। प्रशासन अब तक करसोग, थुनाग और गोहर के प्रभावित गांवों तक नहीं पहुंच पाया है।
सड़कों का नेटवर्क ध्वस्त, 245 सड़कें बंद
भारी बारिश और भूस्खलन से थुनाग और जंजैहली उपमंडलों की सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं। प्रदेश में 245 सड़कें अभी भी अवरुद्ध हैं, जिससे कई गांवों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। मंडी जिले में ही 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पूरे प्रदेश में मृतकों की संख्या 18 पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री का हवाई सर्वेक्षण, राहत और बचाव में तेजी
बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हेलिकॉप्टर से मंडी जिले के थुनाग और जंजैहली क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने वायुसेना से आपदा राहत में मदद की मांग की है। मुख्यमंत्री ने बताया कि विशेष राहत पैकेज के तहत प्रभावितों को घरों के पुनर्निर्माण और पशुधन क्षति पर बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाएगा।
राहत सामग्री की हवाई आपूर्ति शुरू
सड़क मार्ग बाधित होने के कारण राहत सामग्री हेलिकॉप्टर के माध्यम से प्रभावित गांवों में पहुंचाई जा रही है। अब तक 172 राहत किट वितरित की जा चुकी हैं, जिनमें आटा, चावल, दाल, तेल, नमक व अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। थुनाग से दो गर्भवती महिलाओं को भी हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया है। संचार व्यवस्था बहाल करने के लिए वी-सैट पोर्टल भेजा गया है।
अभी भी सैकड़ों गांव संकट में, बिजली-पानी ठप
सराज, करसोग और जंजैहली क्षेत्रों में तीसरे दिन भी बिजली, पानी और दूरसंचार सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। मंडी में 148 घर, 104 गोशालाएं और 14 पुल ध्वस्त हो चुके हैं। 31 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हैं। प्रदेश में कुल 918 बिजली ट्रांसफार्मर और 683 पेयजल योजनाएं बंद हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट: ऑरेंज अलर्ट जारी
प्रदेश में बुधवार को मौसम थोड़ा शांत रहा, लेकिन वीरवार और शुक्रवार को येलो अलर्ट और 5 से 7 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।