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केजरीवाल मारेंगे हैट्रिक या BJP की बढ़ेगी सीटें, डालें चुनाव पर एक नजर

Feb 5, 2025: Fact Recorder

Delhi Elections Today : आज दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। सबकी निगाहें इसी बात पर टिकी हुई हैं कि क्या केजरीवाल चौथी बार सरकार बना पाएंगे या भाजपा इतिहास रचेगी और क्या कांग्रेस की वापसी होगी? दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की शुरुआत सुबह सात बजे से हो गई है और आठ फरवरी को वोटों की गिनती होगी।

कितने उम्मीदवार मैदान में?

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार मैदान हैं। मतदान के लिए 13,766 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और करीब 1.56 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। इनमें 83.76 लाख पुरुष और 72.36 लाख महिलाएं हैं जबकि 1,267 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

गिरते मतदान प्रतिशत को लेकर चुनाव आयोग भी कई कदम उठा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को मतदान केंद्र तक पहुंचाया जा सके। सुबह 4 बजे से मेट्रो शुरू हो गई, कामकाजी दिन पर मतदान रखा गया है। हालांकि दिल्ली में मतदान प्रतिशत में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। एक तरफ जहां 2015 में मतदान प्रतिशत 67.12% था तो वहीं 2020 में 62.59% तक पहुंच गया। ऐसा माना जाता है कि अगर मतदान अधिक होता है तो यह मौजूदा सरकार में विरोध में होता है। इस चुनाव में भी सबकी निगाहें मतदान प्रतिशत पर टिकी रहने वाली हैं।

AAP को है वापसी की उम्मीद

आम आदमी पार्टी आपने काम के दम पर वोट मांग रही है। सरकार द्वारा किए शासन और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर AAP वोट मांग रही है। आम आदमी पार्टी शिक्षा और स्वास्थ्य, बिजली, पानी महिलाओं के लिए फ्री यात्रा आदि योजनाओं को गिना कर वोट देने की अपील करती रही। आबकारी नीति में केजरीवाल सरकार के कई मंत्री फंसे, सलाखों के पीछे रहे, इसके बाद भी अरविंद केजरीवाल को कम से कम 50 से 60 सीटें जीतने का अनुमान है।

आबकारी नीति मामले में जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल सितंबर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि वह दोबारा सीएम तब बनेंगे, जब उन्हें फिर से जनादेश मिलेगा। इसके बाद उन्होंने कालकाजी से विधायक आतिशी को सीएम बनाया था।

भाजपा कैसे कर रही वापसी की उम्मीद?

भाजपा दिल्ली में वापसी की कोशिश कर रही है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली में 25 साल बाद वापसी की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा समेत पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर बीजेपी को वोट देने की अपील की है। इसके साथ ही यमुना की सफाई और सुरक्षित माहौल का वादा कर अपने लिए वोट मांगा। भाजपा ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतरा है। नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा को और कालकाजी से आतिशी के खिलाफ रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा है।

कैसे लड़ी कांग्रेस ?

आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच रही लड़ाई के बीच कांग्रेस भी जीतने का दम भर रही है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व में 1998 से 2013 तक दिल्ली में पार्टी सत्ता में रही इसके बाद पिछले दो चुनावों में पार्टी की बुरी तरह हार हुई। पार्टी पिछले तीन लोकसभा चुनावों में भी दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत पाई। कांग्रेस के लिए प्रचार का नेतृत्व राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कर रहे हैं।