फाजिल्का,21 मई 2025 ,FACT RECORDER
सिविल सर्जन फाजिल्का डॉ. राज कुमार और ज़िला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. सुनीता कांबोज के दिशा-निर्देशों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डब्ब वाला कलां के सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. पंकज चौहान की अगुवाई और मल्टीपरपज़ हेल्थ सुपरवाइज़र विजय कुमार की निगरानी में गांव सलेमशाह में मलेरिया बुखार से बचाव हेतु जागरूकता कैंप लगाया गया।
इस दौरान मलेरिया बुखार के लक्षणों और इलाज के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
मल्टीपरपज़ हेल्थ वर्कर विक्की ने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है और मलेरिया बुखार का इलाज सरकारी अस्पतालों में बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि मलेरिया से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि अपने घर और उसके आसपास की रोज़ सफ़ाई करें और कहीं भी पानी जमा न होने दें, क्योंकि वहीं मच्छरों के पनपने का खतरा सबसे ज्यादा होता है।
उन्होंने सुझाव दिया कि:
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नालियों और टंकियों में मच्छरों की पैदावार रोकने के लिए काला तेल डालें।
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घरों में पड़े फालतू कबाड़ को छत के नीचे रखें, किसी भी प्रकार का कबाड़ खुले आंगन में न रखें।
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घर में कूलर, फ्रिज की ट्रे, गमलों आदि की सफाई सप्ताह में एक बार अवश्य करें।
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मच्छरों से बचाव के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनें, रात को सोते समय मच्छरदानी या मच्छर भगाने वाली क्रीमों का उपयोग करें।
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पानी से भरे बर्तनों को हमेशा ढक कर रखें और उनकी सप्ताह में एक बार सफाई जरूर करें।
यह जागरूकता अभियान ग्रामीणों को मलेरिया जैसे गंभीर रोग से बचाने के लिए चलाया गया, जिसमें स्थानीय लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
