10 March 2025: Fact Recorder
Holi 2025 Check the Purity of Khoya: कहीं त्योहार का मजा मीठे के स्वाद के साथ फीका न पड़ जाए, इसलिए जरूरी है कि पहले ही चेक कर लीजिए कि गुजिया बनाने के लिए जिस मावा यानी खोए का इस्तेमाल करने जा रहे हैं वो नकली है या असली? आइए पता लगाने का आसान तरीका जानते हैं।
होली का रंग का त्योहार है लेकिन गुजिया, मालपुआ, जलेबी, कचौड़ी… और भी तमाम में पकवान हैं जिनके बिना इस त्योहार को अधूरा माना जाता है। मीठे पकवान की बात करें तो गुजिया और मालपुआ तो इस त्योहार में जान डालने का काम करता है। गरमा-गरम गुजिया का मजा हर कोई होली पर उठाना चाहता है। जबकि, कुछ घरों में इसे पहले से बनाकर स्टोर कर लिया जाता है। अब जब बात होती है गुजिया की तो उसमें डालने वाली सामग्री को कैसे अनदेखा किया जा सकता है?
आखिर जान डालने के लिए तो मावा यानी खोया ही काम आता है। बहुत सारे ड्राई फ्रूट्स के साथ खोया का बना मिश्रण गुजिया का स्वाद दोगुना कर देता है। हालांकि, इस होली के त्योहार में गुजिया के कारण कोई रंग बेरंग न हो जाए, इसलिए गुजिया में खोया का इस्तेमाल करने से पहले ये चेक जरूर कर लीजिए कि वो असली है या नकली? आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि बाजार में मिलने वाला खोया या मावा कैसे जाना जा सकता है कि वो असली है या फिर नकली?
कैसे करें खोए की शुद्धता की जांच?
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) की ओर से नकली खोया की पहचान करने की टिप्स जारी की गई है। मिलावटी मामलों को देखते हुए FSSAI ने असली खोया को जानने के तरीके की पहले भी कई बार जानकारी दी है।
- सबसे पहले एक कप पानी लें और उसमें हल्का सा खोया डाल दीजिए।
- इसमें कुछ बूंदें आयोडीन डालने के बाद असली है या नकली ये पता लग सकेगा।
- शुद्ध खोया होने पर रंग में कोई बदलाव नहीं होगा, लेकिन नकली होगा तो रंग नीला हो जाएगा।
इन 2 तरीको से भी होगी नकली मावा की पहचान
- असली मावा उंगलियों से रगड़ने पर चिकना और दाने दार लगता है, लेकिन नकली होने पर ग्रीस जैसी स्मेल आती है।
- हाथों की मदद से मावा की गोली बनाए और अगर ये टूट जाए या बिखर जाए, तो ये मिलावटी खोया हो सकता है।
नकली मावा की गुजिया खाने पर होने वाले नुकसान?
आमतौर पर नकली मावा को तैयार करने के लिए स्टार्च या कम गुणवत्ता वाले दूध को यूज किया जाता है जिससे कई तरह की समस्या हो सकती है। सिंथेटिक दूध में हानिकारक रसायन होने के वजह से पेट संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दस्त, उल्टी, पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती है। इसके अलावा फूड पॉइजनिंग होने से अन्य समस्या का भी आपको सामना करना पड़ सकता है।