विद्यालय स्तर पर फसलों के अवशेष (रहिंद-खूँहद) प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम

Fazilka 19 Dec 2025 Fact Recorder

Punjab Desk : कृषि विज्ञान केंद्र, फाजिल्का (क्षेत्रीय केंद्र ICAR-CIPHET, अबोहर) द्वारा फाजिल्का जिले के केरा खेड़ा स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में फसलों के अवशेष प्रबंधन (CRM) पर एक स्कूल-स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में पराली जलाने, पर्यावरण संरक्षण तथा आधुनिक कृषि प्रबंधन तकनीकों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।

स्कूल के 180 से अधिक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक इस कार्यक्रम में भाग लिया। विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता तथा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने फसलों के अवशेष प्रबंधन, पर्यावरण प्रदूषण, मृदा स्वास्थ्य और टिकाऊ कृषि जैसे विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने विद्यार्थियों को फसलों के अवशेष प्रबंधन की वैज्ञानिक तकनीकों, पराली प्रबंधन में कृषि मशीनरी की भूमिका तथा इसके सामाजिक और पर्यावरणीय लाभों की जानकारी दी। डॉ. अरविंद अहलावत, डॉ. किशन पटेल, डॉ. प्रकाश चंद गुर्जर और डॉ. रुपिंदर कौर ने विद्यार्थियों को संबोधित किया और सीआरएम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया।

वैज्ञानिकों ने विद्यार्थियों को अपने परिवारों और गांवों में पराली न जलाने के प्रति जागरूकता फैलाने तथा पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया गया और स्कूल की प्रिंसिपल दीपिका, चिमन लाल, परमजीत कौर, हरिंदर, करणजीत, प्रिया और तनीशा ने इस उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक कार्यक्रम के आयोजन के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, फाजिल्का का धन्यवाद किया।