08 अक्टूबर 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
National Desk: Bihar चुनाव 2025: सीट बंटवारे से पहले LJP दिखा रही ताकत, चिराग फैक्टर बना चर्चा का विषय
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र एनडीए में सीट शेयरिंग पर मंथन जारी है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी और जेडीयू लगभग 100-100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जिसमें जेडीयू को एक सीट का अतिरिक्त फायदा मिलेगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान अपनी पार्टी के लिए अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं।
🔹 चिराग पासवान ने पिता को किया याद
लोक जनशक्ति पार्टी ने बुधवार को अपने संस्थापक और चिराग के पिता रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर उन्हें सोशल मीडिया पर नमन किया। चिराग ने कहा कि वह उनके दिखाए मार्ग और “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” के विज़न को साकार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के समग्र और सर्वांगीण विकास का सपना अब धरती पर उतारने का समय आ गया है।
🔹 LJP का दबाव और चुनावी रणनीति
चिराग पासवान की पार्टी सीट शेयरिंग पर सहमति न बनने पर दबाव बनाने में लगी है। बिहार के LJP प्रमुख वेद प्रकाश पांडे ने कहा:
“चिराग फैक्टर वह ताकत है जो बिहार की दिशा तय करता है।”
“हम अकेले लड़ने की हिम्मत रखते हैं। 137 सीटों पर अकेले लड़कर भी हमने 6% से अधिक वोट हासिल किए।”
“2025 का बिहार विधानसभा चुनाव नई लकीर खींचेगा, और बिहार को फर्स्ट बनाने की राह पर आगे बढ़ाएगा।”
उन्होंने युवाओं की भूमिका पर भी जोर दिया और कहा कि आज की युवा पीढ़ी बिहार के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
🔹 एनडीए में सीट बंटवारे का मामला उलझा
एनडीए के घटक दलों में सीट शेयरिंग पर अभी तक सहमति नहीं बन सकी है।
JDU और BJP लगभग 100-100 सीटों पर चुनाव लड़ने के करीब हैं।
LJP ने शुरू में 40 सीटों की मांग रखी थी, लेकिन अभी सहमति नहीं बनी।
Hindustani Awam Morcha (Secular) के नेता जीतन राम मांझी भी अधिक सीटें चाहते हैं; उन्हें 10 से कम सीटें दी जा रही हैं।
इसके अलावा, LJP सिर्फ सीटों तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्यसभा और विधान परिषद में सीटें तथा कुछ खास विधानसभा क्षेत्रों में भी अपनी दावेदारी पेश कर रही है।
🔹 चिराग फैक्टर का महत्व
LJP का मानना है कि पिछली बार 2015 में उन्होंने अकेले लड़कर भी गठबंधन को मजबूती दी थी। हालांकि 2020 में गठबंधन से बाहर होने के बाद, जेडीयू को नुकसान पहुंचा था। इस बार चिराग पासवान अपने दम पर भी बिहार की राजनीति में प्रभाव बनाए रखने का इरादा रखते हैं।
निष्कर्ष:
सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए में मामला अब भी उलझा हुआ है। ऐसे में LJP की भूमिका और चिराग फैक्टर बिहार चुनाव की राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है।













