18/April/2025 Fact Recorder
जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा की गई तोड़फोड़ की कार्रवाई।
जींद में कैथल रोड पर जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा अवैध कॉलोनियों में की गई तोड़फोड़ की कार्रवाई में भेदभाव के आरोप लगे हैं। यहां टेंपरेरी दुकान, ढाबा व गोशाला चलाने वाले लोगों ने कहा कि उन्हें कार्रवाई से पहले न तो किसी तरह का नोटिस दिया गया और न हीl
कैथल रोड निवासी सतीश ठेकेदार, कर्मबीर अहलावत, जयदीप, शीलू, तरूण कटारिया, पारस ने कहा कि कैथल रोड पर एग्रीकल्चर की जमीन है और यहां पर कुछ लोग खेती कर रहे हैं तो कुछ ने पंक्चर की दुकार, चाय की दुकान का खोखा रखा हुआ है। एकाध टेंपरेरी ढाबा बनाया गया है तो गोशाला के लिए तूड़ी का स्टॉक की खातिर टीन से स्ट्रक्चर बनाए हुए हैं।
सामान उठाने का भी नहीं दिया मौका
जिला नगर योजनाकार विभाग की टीम ने वीरवार दोपहर चार जेसीबी की सहायता से उनके स्ट्रक्चर, चारदीवारी, खोखे तोड़ डाले। उन्हें सामान उठाने तक का मौका नहीं दिया गया। तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले नोटिस देना होता है लेकिन उन्हें नोटिस भी नहीं दिया गया। यहां पर बांधी गई गाय तक निकालने का मौका नहीं दिया गया।
गाय को खोल कर छोड़ दिया। उसकी गाय भी भाग गई। पीड़ितों ने जिला नगर योजनाकार विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कॉलोनी अवैध है तो फिर सभी की दुकानों को क्यों नहीं तोड़ा गया।
जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा की गई तोड़फोड़ की कार्रवाई।
चार एकड़ में दो कॉलोनी, सात दुकानें तोड़ी वीरवार को जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा कैथल रोड पर फ्लाईओवर से निकलने के बाद कंडेला की तरफ जाते समय हाईवे के दोनों तरफ अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों को ढहाया गया था। इसमें चार एकड़ में विकसित की गई दो कॉलोनियों में करीब 7 दुकानों, तीन स्ट्रक्चर, चारदीवारी को तोड़ा गया था।
इसके अलावा 8 डीपीसी, 140 फीट के करीब चारदीवारी और 120 मीटर के करीब कच्चे रास्ते को तोड़ा गया। डीटीपी अंजू का कहना है कि कॉलोनी विकसित करने वालों को पहले नोटिस जारी किए गए थे।