शासन ने प्रदेश में डेंगू-चिकनगुनिया के खिलाफ बहुस्तरीय अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने डेंगू समेत अन्य मच्छर जनित रोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। सभी विभागों को मोर्चे पर उतर कर अभियान में जुटने को कहा है।
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बता दें कि अमर उजाला ने मंगलवार को जिले के 15 मरीजों में हुई डेंगू की पुष्टि शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया। स्वास्थ्य सचिव ने सोर्स रिडक्शन के तहत सफाई अभियान चलाने के साथ ही लार्वा नियंत्रण का काम करने, बीमारी से निपटने के लिए ब्लॉक स्तर पर माइक्रो लेवल प्लान बनाने तथा सभी जिलों में अलग डेंगू आइसोलेशन वार्ड स्थापित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सीएम धामी व स्वास्थ्य मंत्री रावत के दिशा-निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग सहित सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है। विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी गई है।
सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू व चिकनगुनिया रोगियों के इलाज के लिए भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार व्यवस्थाएं लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में अलग डेंगू आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए जाएंगे, जिनमें मच्छरदानी युक्त पर्याप्त संख्या में बेड, प्रशिक्षित चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और जरूरी उपकरण मौजूद रहेंगे। प्लेटलेट्स, एलाइजा जांच किट, और अन्य औषधीय सामग्री की समय पर आपूर्ति अनिवार्य की गई है। फीवर सर्वेक्षण के जरिए संदिग्ध रोगियों की पहचान की जाएगी और पॉजिटिव केस मिलने पर रोगी के घर से 50 मीटर की परिधि में स्पेस स्प्रे किया जाएगा। रैपिड रिस्पॉन्स टीम को हर जिले में अलर्ट मोड पर रखा गया है।