चंडीगढ़: पंजाब इस समय हाल के दशकों की सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है। राज्य सरकार ने सभी 23 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित करते हुए पंजाब को आपदा प्रभावित राज्य घोषित किया है। अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 3.54 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ के चलते जहाँ कई स्कूल भवनों को गंभीर क्षति पहुँची है, वहीं स्कूल परिसरों में साँप और अन्य जहरीले जीव भी पाए गए हैं। सतलुज, रावी और ब्यास नदियों में पानी का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ने और डैमों में जलभराव होने से हालात और बिगड़ गए हैं। हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश से राहत मिलने की संभावना है।
राज्य सरकार ने पहले ही 7 सितंबर तक स्कूलों में छुट्टियाँ घोषित कर दी थीं। सोमवार, 8 सितंबर से स्कूल और कॉलेजों को दोबारा खोलने की तैयारी है। हालांकि, अब तक छुट्टियाँ बढ़ाने को लेकर कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित जिलों—फाज़िल्का, फिरोज़पुर, गुरदासपुर और अमृतसर—में छुट्टियाँ बढ़ाई जा सकती हैं।
माता-पिता और विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी निर्णय से पहले राज्य सरकार या शिक्षा विभाग की आधिकारिक अधिसूचना का इंतज़ार करें।