पाक ने चुड़ियां नहीं पहनी, उसके पास एटम बम…फारूक अब्दुल्ला ने मारा यूटर्न, मोदी से लगाई यह गुहारl

2/May/2025 Fact Recorder

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम अटैक से देश गमजदा है. पाकिस्तान पर कभी भी भारत का गुस्सा बरस सकता है. इस बीच जम्मू-कश्मीर के मसले पर बातचीत की बार-बार वकालत करने वाले फारूक अब्दुल्ला भी अब बदल चुके हैं. ऐसा लग रहा है कि पहलगाम आतंकी हमले की त्रासदी देखकर फारूक अब्दुल्ला का दिल पिघल गया है. तभी वह अब आर-पार की बात कर रहे हैं. जी हां, फारूक अब्दुल्ला ने न्यूज18 इंडिया को दिए इंटरव्यू में साफ-साफ कहा कि पाकिस्तान से बातचीत की बात कहना मेरी सबसे बड़ी गलती थी. उन्हें इस पर अफसोस है.

न्यूज18 इंडिया के एक सवाल कि अब पाकिस्तान के साथ क्या करना चाहिए? इस पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री के हर फैसले के साथ हूं. वो जो फैसला करेंगे, हम उनके साथ हैं. वो जो सोचेंगे बेहतर है. हम चाहते हैं आतंकवाद बिल्कुल खत्म हो. अब जड़ से इसे उखाड़ा जाए. जो इसके पीछे जिम्मेवार हैं, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. हर हमले के बाद पाकिस्तान कहता है कि हमारा हाथ नहीं. अरे आप नहीं तो फिर कौन है. हमला करने वाले दरिंदे हैं. जब मौलाना अजहर को छोड़ा था तो मैंने मना किया था. हम आज उसी चीज का खामियाजा उठा रहे हैं. नहीं छोड़ना चाहिए था. अब आगे ऐसा नहीं होना चाहिए. आतंकवाद की फैक्ट्री को बंद कर दो.’

पाक से बातचीत पर अफसोस
आप हमेशा पाकिस्तान से बातचीत की वकालत करते हैं? न्यूज18 इंडिया के इस सवाल पर फारूक अब्दुल्ला माफी मांगते दिखे. उन्होंने कहा, ‘मैं उस बात को लेकर अब शर्मिंदा हूं. खुद अफसोस करता हूं. जिस चीज को कहता था, आज उससे हार गया. उन्होंने (पाक) मुझे हरा दिया. वो मानते ही नहीं थे. वो बातचीत के टेबल पर आने को तैयार ही नहीं. क्या वो कश्मीर को ले सकते हैं, क्या कश्मीर वाले जा सकते हैं? नहीं.’

फारूक अब्दुल्ला ने मांगी माफी
पीओके किसी के बाप का नहीं, पाक ने चुड़ियां नहीं पहन रखी, उसके पास भी एटम बम है… अपने इन तीनों पुराने बयानों पर भी फारूक अब्दुल्ला ने सफाई दी और माफी मांगी. उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूं कि उस वक्त मैं गलत था. मैं समझता था कि उनको अक्ल आएगी. मगर मैं गलता था. वो गुजरा जमाना था, जब मैंने ये बात कही. मुझे उस पर अफसोस है. अब मैं देखना चाहता हूं कि भारत पीओके को वापस ले. फारुक अब्दुल्ला रोकने वाला नहीं है. न उस वक्त रोकने वाला था और न आज रोकने वाला हूं.’