विश्व स्तनपान सप्ताह क्यों मनाया जाता है? जानें इसका उद्देश्य, थीम और महत्व

विश्व स्तनपान सप्ताह क्यों मनाया जाता है? जानें इसका उद्देश्य, थीम और महत्व

01 August 2025 Fact Recorder

Health Desk: हर साल 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह दुनिया भर में मनाया जाता है। यह एक वैश्विक जागरूकता अभियान है जिसका उद्देश्य माताओं को स्तनपान के महत्व के प्रति जागरूक करना, इसे प्रोत्साहित करना और समर्थन देना है। यह सप्ताह न केवल शिशु के पोषण के लिए स्तनपान के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य लाभों को भी सामने लाता है।

क्यों मनाया जाता है विश्व स्तनपान सप्ताह?
विश्व स्तनपान सप्ताह मनाने का मुख्य उद्देश्य है –

बच्चों में बेहतर पोषण और रोग प्रतिरोधक क्षमता सुनिश्चित करना।

मांओं को स्तनपान के वैज्ञानिक फायदे समझाना।

स्तनपान से जुड़ी सामाजिक झिझक और भ्रांतियों को दूर करना।

कामकाजी महिलाओं के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने को लेकर जागरूकता बढ़ाना।

इस सप्ताह के दौरान स्वास्थ्य विशेषज्ञों, माता-पिता और नीति-निर्माताओं को यह समझाने की कोशिश की जाती है कि स्तनपान केवल एक जैविक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह एक सामाजिक जिम्मेदारी और अधिकार भी है।

2025 की थीम क्या है?
विश्व स्तनपान सप्ताह 2025 की थीम है: “बचपन की नींव: स्वस्थ शुरुआत, स्तनपान के साथ”
इस थीम का उद्देश्य है एक ऐसी सोच को बढ़ावा देना जहां हर नवजात को जीवन की शुरुआत मां के दूध से मिले और समाज स्तनपान को एक सामान्य, स्वाभाविक और सम्मानजनक कार्य के रूप में स्वीकार करे।

स्तनपान के फायदे
बच्चे के लिए:

मां का दूध पूर्ण आहार है—इसमें प्रोटीन, फैट, विटामिन्स और मिनरल्स संतुलित मात्रा में होते हैं।

यह शिशु की इम्युनिटी मजबूत करता है और संक्रमण व एलर्जी से बचाव करता है।

मां का दूध शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास में भी सहायक होता है।

मां के लिए:

स्तनपान से गर्भाशय जल्दी सामान्य स्थिति में लौटता है।

प्रसवोत्तर रक्तस्राव की संभावना कम होती है।

स्तन कैंसर और डिम्बग्रंथि के कैंसर का खतरा घटता है।

मां और बच्चे के बीच भावनात्मक बंधन गहरा होता है।

निष्कर्ष
विश्व स्तनपान सप्ताह मातृत्व, शिशु स्वास्थ्य और समाज में पोषण की समझ को मजबूत करने का एक ज़रिया है। यह न केवल जागरूकता फैलाता है बल्कि एक सकारात्मक सामाजिक बदलाव की ओर भी इशारा करता है—जहां हर मां को स्तनपान कराने का अधिकार, सुविधा और समर्थन प्राप्त हो।