7 साल से टेस्ट टीम से बाहर क्यों हैं हार्दिक पांड्या? बेहतरीन ऑलराउंड रिकॉर्ड के बावजूद वापसी पर सस्पेंस

17 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

Sports Desk: क्यों नहीं लौट रहे हैं हार्दिक पांड्या टेस्ट टीम में? – आँकड़ों में छुपा संकेत                              हार्दिक पांड्या का आखिरी टेस्ट मैच अगस्त 2018 में रोज बाउल, इंग्लैंड के खिलाफ था। तब से सात साल बीत चुके हैं—1990-ओर वनडे और टी20 में चमकते रहे, लेकिन टेस्ट टीम से गायब हैं।

वर्तमान में भारत-इंग्लैंड पांच मैचों की टेस्ट सीरीज चल रही है, और चौथा मुकाबला 23 जुलाई से मैनचेस्टर में होगा। लॉर्ड्स में हार के बाद टीम 1-2 से पीछे है। विदेशों में तेज गेंदबाजी ऑल-राउंडर की कमी स्पष्ट है—लीड्स में शार्दुल ठाकुर को और दूसरे व तीसरे टेस्ट में नीतीश रेड्डी को मौका मिला, जिन्होंने गेंदबाजी में अच्छा किया लेकिन बल्लेबाजी फ्लॉप रही।

क्या वजह है टेस्ट टीम से बाहर रहने की?
चोट-जकड़नियों का डर: हार्दिक को समय-समय पर चोट लगती रही है—2018 में गंभीर घुटने की चोट भी लगी थी, जो टेस्ट से दूरी का मुख्य कारण हो सकती है।

टी20-वनडे पर जोर: BCCI और टीम मैनेजमेंट ने उन्हें सीमित प्रारूपों पर फोकस करने को प्राथमिकता दी।

वर्कलोड मैनेजमेंट: जैसे बुमराह को आराम दिया जाता है, हार्दिक को भी मैनेज किया जा सकता है, लेकिन ऐसा क्यों नहीं किया गया, इसका जवाब टीम मैनेजमेंट के पास है।

हार्दिक के टेस्ट रिकॉर्ड
11 टेस्ट: 532 रन (31.29 औसत)—1 शतक, 4 अर्धशतक; 108 रन सर्वोत्तम स्कोर (गॉल, श्रीलंका)

गेंदबाजी: 17 विकेट (औसत 31.05, स्ट्राइक रेट 55.1); 5/28 सर्वोत्तम प्रदर्शन

इंग्लैंड दौरे (2018): 8 पारियों में 10 विकेट (औसत 24.70, स्ट्राइक रेट 38.50) और प्रभावशाली बल्लेबाजी भी।

क्या हार्दिक से टेस्ट टीम मजबूत हो सकती है?
विदेशी सीरीजों में ऑल-राउंड संतुलन: हार्दिक की तेज गेंदबाज़ी और मध्यम-स्कोरिंग बल्लेबाज़ी से टीम संतुलित हो सकती है।

विदेशी परिस्थितियों में तेज गेंदबाज़ी योग्यता से टीम को फायदा।

बुमराह जैसे वर्कलोड मैनेजमेंट मॉडल को अपनाकर उन्हें समय-समय पर मौका देकर टीम का भरोसा बढ़ाया जा सकता है।

निष्कर्ष
हार्दिक के पास मौका है—टेस्ट में वापसी से युवा टीम को अनुभव और संतुलन मिलेगा। यह टीम मैनेजमेंट और BCCI की सोच पर निर्भर करता है कि क्या वे ऑलराउंड क्षमता वाले दिग्गज को सीमित प्रारूप से पहले टेस्ट क्रिकेट में लौटाते हैं।