28 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
International Desk: भारत में अक्सर कांग्रेस और जॉर्ज सोरोस की नजदीकी पर सवाल उठाने वाली बीजेपी अब अकेली नहीं है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अरबपति निवेशक और परोपकारी जॉर्ज सोरोस पर बड़ा हमला बोला है. ट्रंप का कहना है कि सोरोस और उनके बेटे पर RICO कानून (Racketeer Influenced and Corrupt Organizations Act) के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।
ट्रंप का आरोप
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा कि सोरोस और उनका बेटा अमेरिका भर में हिंसक प्रदर्शनों और अव्यवस्था को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा—“सावधान रहो, हम देख रहे हैं!” हालांकि, ट्रंप ने अपने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया।

सोरोस पक्ष का जवाब
सोरोस की संस्था ओपन सोसाइटी फाउंडेशन्स ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। संस्था का कहना है कि उनका मकसद केवल मानवाधिकार, लोकतंत्र, पारदर्शिता और शिक्षा जैसे मूल्यों को आगे बढ़ाना है, न कि हिंसा को बढ़ावा देना।
ट्रंप और सोरोस की दुश्मनी
95 वर्षीय सोरोस लंबे समय से ट्रंप और रिपब्लिकन राजनीति के लिए सबसे बड़े आलोचकों में गिने जाते हैं। उनकी संस्था दुनिया की सबसे बड़ी परोपकारी संस्थाओं में शामिल है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और न्याय जैसे क्षेत्रों में अरबों डॉलर खर्च कर चुकी है।
विरोधियों पर ट्रंप की रणनीति
Reuters के मुताबिक, ट्रंप इन दिनों अपने राजनीतिक विरोधियों और आलोचकों पर कानूनी दबाव बढ़ा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अपने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, पूर्व सहयोगी और अब आलोचक बने न्यू जर्सी के गवर्नर क्रिस क्रिस्टी और कई मीडिया संगठनों के खिलाफ भी जांच या मुकदमों की मांग की है।
समर्थक इसे “ताकतवर लोगों को जवाबदेह ठहराने की कोशिश” बता रहे हैं, जबकि आलोचकों का कहना है कि यह असहमति की आवाज़ दबाने की खतरनाक रणनीति है।













