08 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
National Desk: कब है श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2025? जानें तिथि, पूजा का समय और इसका धार्मिक महत्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी, भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई जाती है। इस दिन श्रद्धालु दिनभर व्रत रखते हैं और रात को निशिता काल में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की पूजा-अर्चना कर उनका जन्मोत्सव मनाते हैं।
2025 में कब है श्री कृष्ण जन्माष्टमी?
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। साल 2025 में अष्टमी तिथि की शुरुआत 15 अगस्त को रात 11:49 बजे होगी और यह तिथि 16 अगस्त को रात 9:34 बजे तक रहेगी। इसी आधार पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत शनिवार, 16 अगस्त 2025 को रखा जाएगा।
निशिता पूजा का मुहूर्त:
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा निशिता काल यानी मध्य रात्रि में की जाती है। पूजा का शुभ मुहूर्त रात 12:04 से 12:47 बजे तक रहेगा।
व्रत पारण का समय:
जिन श्रद्धालुओं ने जन्माष्टमी का व्रत रखा है, वे इसका पारण 17 अगस्त 2025 को सूर्योदय के बाद, सुबह 5:51 बजे के बाद कर सकते हैं। पारण तभी करना चाहिए जब अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र का प्रभाव समाप्त हो जाए।
धार्मिक महत्व:
भगवान श्रीकृष्ण को विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। उनका जन्म भाद्रपद की अष्टमी तिथि, रात के समय मथुरा में हुआ था। इसलिए यह पर्व आधी रात को मनाया जाता है, जब भक्त श्रीकृष्ण के बाल रूप का विशेष पूजन करते हैं, झूला झुलाते हैं और भजन-कीर्तन के साथ उनका जन्मोत्सव मनाते हैं।