बवासीर कब बन जाता है नासूर?

बवासीर कब बन जाता है नासूर?

06 दिसंबर, 2025 फैक्ट रिकॉर्डर

Health Desk:  बवासीर लंबे समय तक रहने वाली कब्ज, शौच के समय जोर लगाने और गलत खानपान की वजह से होने वाली एक आम बीमारी है, लेकिन समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह गंभीर रूप भी ले लेती है। AIIMS दिल्ली के गैस्ट्रो विशेषज्ञ रहे डॉ. अनन्य गुप्ता बताते हैं कि बवासीर चार स्टेज में होती है और हर स्टेज के हिसाब से इलाज तय किया जाता है। शुरुआती दो स्टेज यानी स्टेज 1 और 2 में मस्से छोटे होते हैं, दर्द हल्का रहता है और कभी-कभी खून आने जैसी दिक्कत होती है। इस अवस्था में दवाओं, हाई फाइबर डाइट, पर्याप्त पानी और कब्ज से बचाव के माध्यम से बीमारी को आराम मिल जाता है और आमतौर पर सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन जब बीमारी तीसरी या चौथी स्टेज में पहुंच जाती है तो मस्से बड़े हो जाते हैं, शौच के समय बाहर आकर वापस नहीं जाते, खून और दर्द बढ़ जाता है और फिर दवाएं प्रभावी नहीं रहतीं। ऐसे मामलों में स्टेपलर हेमोरॉयडेक्टॉमी या लेजर जैसी सर्जरी करनी पड़ती है। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर मरीज देर से इलाज के लिए आते हैं, जिससे उनकी हालत गंभीर हो जाती है। इसलिए लंबे समय से कब्ज रहना, शौच में जोर लगना, खून आना, मस्सों का बाहर आना या पेट में दर्द जैसे शुरुआती लक्षणों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समय पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, ताकि बीमारी नासूर बनने से पहले ही ठीक हो सके।