नई जनगणना में कौन-कौन से सवाल पूछे जाएंगे? सरकार ने दी पूरी जानकारी

India 13 Dec 2025 Fact Recorder

National Desk : केंद्र सरकार ने भारत में होने वाली जनगणना–2027 को लेकर बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया के लिए ₹11,718 करोड़ के बजट को मंज़ूरी दे दी है। यह जनगणना भारत के इतिहास में पहली बार पूरी तरह डिजिटल तरीके से कराई जाएगी।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, जनगणना दो चरणों में पूरी की जाएगी।

दो चरणों में होगी जनगणना

  • पहला चरण: अप्रैल से सितंबर 2026
    इस दौरान घरों की सूची तैयार की जाएगी और आवास से संबंधित जानकारी एकत्र की जाएगी।
  • दूसरा चरण: फरवरी 2027
    इस चरण में देश की कुल जनसंख्या की गणना की जाएगी।

हर व्यक्ति और हर घर की जानकारी मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल के माध्यम से डिजिटल रूप में दर्ज की जाएगी।

1931 के बाद पहली बार जाति आधारित गणना

इस जनगणना की सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि 1931 के बाद पहली बार जाति आधारित गणना को शामिल किया जाएगा। जाति से जुड़े सवाल सिर्फ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति तक सीमित नहीं होंगे, बल्कि सभी समुदायों से पूछे जाएंगे। सरकार ने बताया कि जाति, जनजाति और धर्म से जुड़े विस्तृत दिशा-निर्देश एक गजट अधिसूचना के माध्यम से जारी किए जाएंगे।

डेटा सुरक्षा को लेकर सरकार का आश्वासन

सरकार ने भरोसा दिलाया है कि नागरिकों की निजी जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहेगी और डेटा सुरक्षा के लिए सख्त इंतज़ाम किए जाएंगे।

जनगणना 2027 में पूछे जाने वाले प्रमुख सवाल

जनगणना के दौरान निम्नलिखित जानकारियां एकत्र की जाएंगी:

  • नाम, वैवाहिक स्थिति और बच्चों की जानकारी
  • शैक्षणिक योग्यता
  • रोजगार का प्रकार (सरकारी, निजी, स्वरोज़गार आदि)
  • मोबाइल फोन, इंटरनेट और टेलीफोन की उपलब्धता
  • साइकिल, बाइक और कार जैसे वाहनों का स्वामित्व
  • घर में उपयोग होने वाला अनाज
  • पीने के पानी और बिजली का मुख्य स्रोत
  • शौचालय और बाथरूम की सुविधाएं
  • रसोई, एलपीजी/पीएनजी कनेक्शन
  • खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाला ईंधन
  • रेडियो और टीवी की उपलब्धता
  • घर की स्थिति और प्रकार
  • घर में सामान्य रूप से रहने वाले लोगों की संख्या
  • परिवार का मुखिया
  • परिवार किस समुदाय से संबंधित है
  • घर में कमरों की संख्या
  • घर की दीवारें, फर्श और छत की सामग्री
  • घर में रहने वाले विवाहित जोड़ों की संख्या

प्रवास से संबंधित जानकारी भी होगी शामिल

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद को बताया कि इस बार प्रवास से जुड़ी जानकारी भी विस्तार से एकत्र की जाएगी। इसमें जन्म स्थान, पिछला निवास स्थान, वर्तमान स्थान पर रहने की अवधि और प्रवास के कारण शामिल होंगे।

उन्होंने स्पष्ट किया कि जनगणना हमेशा उसी स्थान पर की जाती है, जहां व्यक्ति जनगणना की अवधि के दौरान मौजूद होता है। प्रवासी मजदूरों और अस्थायी निवासियों के लिए कोई अलग प्रक्रिया नहीं होगी।

कई भाषाओं में उपलब्ध होगी जनगणना ऐप

सरकार ने यह भी बताया कि जनगणना ऐप में हिंदी और अंग्रेज़ी सहित 16 से अधिक भाषाओं का विकल्प होगा, ताकि देश के सभी नागरिक आसानी से अपनी जानकारी दर्ज कर सकें।