27 मई 2025 ,FACT RECORDER
देशभर में मानसून का असर तेज़: मुंबई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश, महाराष्ट्र-कर्नाटक में रेड अलर्ट, कई राज्यों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों में सोमवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया। पहले इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट था, जिसे सोमवार सुबह बदला गया। मंगलवार के लिए भी इन क्षेत्रों में रेड अलर्ट बरकरार है।
मुंबई में इस बार मानसून 16 दिन पहले पहुंच गया है, जिससे मई में हुई बारिश ने पिछले 107 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। बारिश के चलते मध्य रेलवे की हार्बर लाइन पर लोकल ट्रेनें बाधित रहीं और कई इलाकों में सड़कों पर पानी भरने से यातायात ठप हो गया।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के अलावा ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और पालघर जिलों में भी भारी तबाही मची है। हालात से निपटने के लिए राज्य में 13 NDRF और 2 SDRF टीमें तैनात की गई हैं। वर्ली में निर्माणाधीन भूमिगत मेट्रो स्टेशन में पानी भर गया, जिससे एक्वा लाइन की सेवाएं ठप करनी पड़ीं। मुंबई एयरपोर्ट पर 250 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं। मध्य रेलवे के कई स्टेशन जैसे मस्जिद, बायकुला, दादर, माटुंगा और बदलापुर पर पटरियां जलमग्न हो गईं।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से पहले ही आंध्र प्रदेश के रायलसीमा, तेलंगाना, मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के हिस्सों तक पहुंच चुका है। अगले तीन दिनों में यह महाराष्ट्र के शेष हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत में पूरी तरह फैल जाएगा।
उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों — उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में अगले कुछ दिनों में तापमान 4–6 डिग्री तक गिर सकता है। इन राज्यों में 27 मई से 1 जून तक तेज हवाओं के साथ आंधी-बारिश और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।
कर्नाटक में लगातार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। दक्षिण कन्नड़ जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और अगले पांच दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। NDRF की टीम वहां भी राहत कार्यों में जुटी है।
केरल में भी मानसूनी बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है, 29 घर पूरी तरह और 868 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। राज्य के वायनाड, इडुक्की और कोझिकोड जिलों में राहत शिविर खोले गए हैं।
लातूर (महाराष्ट्र) में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब लोग खेतों में काम कर रहे थे।
आईएमडी की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि 75 वर्षों में पहली बार मानसून इतनी जल्दी मुंबई पहुंचा है। इससे पहले 1956, 1962 और 1971 में भी मानसून 29 मई को ही मुंबई पहुंचा था, लेकिन इस बार यह 27 मई को ही आ गया।