30 मई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर नवीन कसाना का एनकाउंटर में अंत, दिल्ली-यूपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ढेर
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने बुधवार रात एक बड़ी कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्पशूटर नवीन कसाना को मुठभेड़ में मार गिराया। गाजियाबाद के लोनी निवासी नवीन लंबे समय से वांछित था और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।
मुठभेड़ में हुआ ढेर, पुलिसकर्मी भी घायल
प्रीत विहार में सटीक सूचना के आधार पर पुलिस ने नवीन को घेरने की कोशिश की, लेकिन उसने फौरन फायरिंग शुरू कर दी। उसकी गो*लियां इंस्पेक्टर पंकज और दरोगा अक्षय त्यागी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगीं। वहीं स्पेशल सेल के एसआई विजेंद्र और एसटीएफ के सिपाही अंकुर सिंह घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में नवीन गंभीर रूप से घायल हुआ और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट: तीन गो*लियां आरपार
पोस्टमार्टम में सामने आया कि नवीन को तीन गो*लियां लगीं, जो उसकी छाती और बाजू को आरपार कर गईं। यही उसकी मौत का कारण बनीं। पुलिस ने मौके से एक बाइक और ऑटोमैटिक पिस्टल भी बरामद की।
गैंगस्टर हाशिम बाबा के साथ मिलकर करता था वारदात
पुलिस के मुताबिक, नवीन लॉरेंस बिश्नोई के बेहद करीबी और दिल्ली के गैंगस्टर हाशिम बाबा के इशारों पर काम करता था। वह 2024 में फर्श बाजार में व्यापारी सुनील जैन की हत्या समेत कई मामलों में वांछित था।
20 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज
नवीन पर दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में ह*त्या, ह*त्या का प्रयास, लूट, डकैती, अपहरण, मकोका और गैंगस्टर एक्ट के 21 से अधिक केस दर्ज थे।
दो मामलों में मिल चुकी थी सजा
दिल्ली के सदर बाजार में 2015 में मकोका के तहत केस दर्ज होने के अलावा नवीन को दो मामलों में सजा भी हो चुकी थी। जेल से रिहा होने के बाद वह दोबारा आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया था।
यूपी-हरियाणा में भी वांछित
नवीन यूपी और हरियाणा पुलिस के लिए भी वांछित था। वह 2009 में गाजियाबाद के शाहिबाबाद में ह*त्या का आरोपी था और 2011 में गुरुग्राम में ह*त्या के प्रयास और साजिश के मामले में नामजद किया गया था।
पुलिस अब नवीन के आपराधिक नेटवर्क की गहन जांच कर रही है। फिलहाल उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया है और पूरे ऑपरेशन को लेकर वरिष्ठ अधिकारी मौन हैं।