11 अगस्त 2025 फैक्ट रिकॉर्डर
Himachal Desk: हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन का कहर जारी है। बीते 24 घंटे में दो और लोगों की मौत हो गई, जबकि कई इलाके बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हैं। बिलासपुर के कनफारा में पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आकर पंजाब के बठिंडा निवासी कुलविंदर सिंह की मौत हो गई और एक व्यक्ति घायल हो गया। वहीं, किन्नौर कैलाश यात्रा पर गए कोलकाता के श्रद्धालु सूरज दास की भी मौत हो गई।
कांगड़ा जिले के मंड क्षेत्र में पौंग बांध से पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे कई घरों में पानी भर गया। प्रशासन ने 16 लोगों को सुरक्षित निकाला।
सोमवार सुबह तक प्रदेश में एक राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 334 सड़कें बंद थीं। 91 बिजली ट्रांसफार्मर और 479 पेयजल योजनाएं ठप हैं। नालागढ़ के कुमारहट्टी के पास पहाड़ी से मलबा आने से कृत्रिम झील बन गई, जिसके खतरे को देखते हुए एक मकान खाली करवाया गया। कुल्लू के सैंज में पहाड़ी से बड़े पत्थर गिरने से भूपन गांव पर खतरा मंडरा रहा है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 11 से 14 अगस्त तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
11-12 अगस्त: चंबा, कांगड़ा और मंडी में
13 अगस्त: कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में
14 अगस्त: कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर में
अन्य इलाकों के लिए येलो अलर्ट रहेगा। 15 से 17 अगस्त तक भी कई क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी है।
बीते 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश घाघस (61.0 मिमी) में दर्ज की गई।
मानसून में भारी नुकसान
20 जून से 10 अगस्त तक मानसून में अब तक 224 लोगों की मौत हो चुकी है, 316 घायल हुए हैं और 36 लापता हैं। इस दौरान बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ से 2,351 घर-दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं, 1,946 गोशालाएं ढहीं और 1,611 पशुओं की मौत हुई। कुल नुकसान का अनुमान लगभग 1,989 करोड़ रुपये है।