14 मई, 2025 Fact Recorder
अपने दूसरे कार्यकाल की पहली विदेशी यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) की खुलकर तारीफ की और उनके नेतृत्व में सऊदी अरब को एक वैश्विक कारोबारी केंद्र बनने के लिए सराहा।
ट्रंप ने मज़ाकिया अंदाज़ में पूछा,
“मोहम्मद, क्या आप रात को सोते हैं? कैसे सोते हैं आप? क्या काम किया है आपने। कुछ लोग रातभर करवटें बदलते हैं — और वही लोग बदलाव लाते हैं।”
इस मज़ाक पर MBS मुस्कराए और पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा।
सऊदी की तरक्की पर ट्रंप की तारीफ
78 वर्षीय ट्रंप ने कहा,
“लोगों को शक था कि आप यह कर पाएंगे। लेकिन पिछले आठ वर्षों में आपने सबको ग़लत साबित कर दिया। मैं आपको पसंद करता हूं, बहुत पसंद करता हूं।”
सीरिया से पाबंदियां हटाने का ऐलान
MBS और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन के अनुरोध पर ट्रंप ने ऐलान किया कि अमेरिका सीरिया पर लगी पाबंदियां हटा रहा है। ट्रंप ने मज़ाक में कहा,
“मैं क्राउन प्रिंस के लिए क्या-क्या करता हूं!”
मानवाधिकारों पर चुप्पी
अपने भाषण में ट्रंप ने मानवाधिकारों का ज़िक्र नहीं किया, जिसमें 2018 में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या भी शामिल थी। हालांकि, MBS ने हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और महिलाओं के अधिकारों में सुधार जैसे कदमों को आगे बढ़ाया है। लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि सुधारों के बावजूद सऊदी में असहमति और राजनीतिक स्वतंत्रता पर सख्ती जारी है।
अमेरिका-सऊदी संबंधों के मायने
ट्रंप और MBS के संबंध आर्थिक और रणनीतिक हितों पर आधारित हैं। ट्रंप अमेरिका की आर्थिक वापसी और पश्चिम एशिया में प्रभाव की कोशिश में हैं, वहीं MBS तकनीकी और सैन्य सहयोग चाहते हैं।
सम्मेलन में ट्रंप ने $142 अरब के रक्षा समझौते और $600 अरब के निवेश पैकेज की घोषणा की, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा क्षेत्र शामिल हैं।
बाइडेन युग से अलग रुख
यह ट्रंप का रुख पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन से बिल्कुल अलग है, जिन्होंने 2019 में सऊदी को “दुनिया से अलग-थलग करने” की बात कही थी। लेकिन 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बढ़ती तेल की कीमतों ने अमेरिका को सऊदी से फिर नज़दीक लाने पर मजबूर कर दिया।
बाइडेन ने जुलाई 2022 में MBS से मुलाकात की थी और मुट्ठी टकराकर अभिवादन किया था, जिस पर कई आलोचनाएं भी हुई थीं। लेकिन व्हाइट हाउस ने कहा था कि ये कोविड-19 से बचाव के लिए था। निष्कर्ष: ट्रंप ने सऊदी अरब को अमेरिका का भरोसेमंद सहयोगी बताया, आर्थिक हितों को आगे रखा और मानवाधिकारों से जुड़े सवालों पर चुप्पी साधते हुए रिश्तों की नई परिभाषा तय की।
