09 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
National Desk: बीमा के ₹2 करोड़ हड़पने और कर्ज से बचने के लिए युवक ने रची साजिश, दोस्त को कार में जिंदा ज*लाया; पत्नी भी साजिश में शामिल, दोनों गिरफ्तार उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने ₹2 करोड़ की बीमा राशि हड़पने और ₹45 लाख के कर्ज से बचने के लिए अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। उसने अपने मरने का नाटक रचा और पत्नी के साथ मिलकर पूरी साजिश को अंजाम दिया।
यूट्यूब से सीखी ह*त्या और फर्जी मौत की तरकीब
आरोपी सुनील सिंह पटेल ने यूट्यूब से साजिश की योजना बनाई। उसने पहले खुद की कद-काठी जैसा एक युवक खोजा और फिर उसे शराब पिलाकर बेसुध कर दिया। बाद में उसे कार में बैठाकर अंदर से बंद कर दिया, कपूर और गैस सिलेंडर की मदद से कार में आग लगाई और मौके से फरार हो गया।
घटना 29/30 जून की रात चित्रकूट के राजापुर थाना क्षेत्र के सिकरी गांव के पास हुई, जहां एक जली हुई कार में अधजला शव मिला था। मृ*तक को सुनील के रूप में पहचाना गया और उसकी पत्नी हेमा सिंह ने श*व का अंतिम संस्कार भी करवा दिया।
कर्ज, बीमा और ह*त्या की साजिश
पुलिस जांच में पता चला कि सुनील और उसकी पत्नी ने ब्यूटी पार्लर और हार्वेस्टर मशीन के लिए ₹45 लाख का कर्ज लिया था। किस्तें चुकाने में असमर्थ होने पर उन्होंने बीमा कंपनी से ₹2 करोड़ हासिल करने के लिए यह घिनौनी साजिश रची।
श*व की पहचान और पुलिस का खुलासा
मामले में संदेह होने पर पुलिस ने जांच शुरू की। मोबाइल सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना पर पता चला कि सुनील जीवित है और रीवा (मध्यप्रदेश) के आनंदपुर गांव में अपने साढ़ू के घर पर छिपा हुआ है। पुलिस ने छापा मारकर सुनील और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया।
मृतक की पहचान कनपुरा गांव निवासी विनय चौहान के रूप में हुई है। डीएनए जांच के लिए विनय के भाई का सैंपल लिया गया है ताकि श*व की पुष्टि की जा सके।
ह*त्या की पूरी साजिश ऐसे रची गई:
सुनील ने यूट्यूब से फर्जी मौत रचने का तरीका खोजा
शराब के आदी विनय से दोस्ती कर उसे शराब पिलाई
कार में कपूर और सिलेंडर का उपयोग कर लगाई आग
खुद की मौ*त की झूठी खबर फैलाई और फरार हो गया
पत्नी ने श*व का अंतिम संस्कार करवाया
पुलिस की सतर्कता से खुला राज
चित्रकूट से रीवा तक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और दंपति के मोबाइल ट्रेस किए गए। अंत में पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। एसपी अरुण कुमार सिंह ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की।
यह मामला न सिर्फ ह*त्या की विभीषिका को दिखाता है, बल्कि यह भी बताता है कि लालच और कर्ज से बचने की कोशिश कैसे एक व्यक्ति को हैवानियत तक ले जा सकती है।