19 जुलाई 2025 फैक्टर रिकॉर्डर
Rashifal Desk: आज का पंचांग: शनिवार, 19 जुलाई 2025
सावन माह की कृष्ण नवमी तिथि
आज का दिन शनिवार है और सावन मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। यह तिथि दोपहर 2:41 बजे तक रहेगी, इसके बाद दशमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। आज पूरे दिन भरणी नक्षत्र और शूल योग रहेगा। करण दिन में दो बार बदलेंगे—पहले गर करण और फिर वणिज करण। चंद्रमा मेष राशि में स्थित हैं, जबकि सूर्य कर्क राशि में विराजमान हैं।
🌅 सूर्य और चंद्र विवरण
सूर्योदय: सुबह 5:35 बजे
सूर्यास्त: शाम 7:19 बजे
चंद्रोदय: 20 जुलाई को सुबह 12:47 बजे
चंद्रास्त: दोपहर 2:01 बजे
📅 पंचांग के मुख्य अंग
तिथि: नवमी (दोपहर 2:41 बजे तक), फिर दशमी
नक्षत्र: भरणी (20 जुलाई को सुबह 12:37 बजे तक), फिर कृत्तिका
योग: शूल (20 जुलाई सुबह 12:55 बजे तक), फिर गण्ड योग
करण: गर (2:41 बजे तक), फिर वणिज (20 जुलाई को सुबह 1:28 बजे तक), इसके बाद विष्टि
वार: शनिवार
पक्ष: कृष्ण पक्ष
📆 संवत्सर और मास की जानकारी
विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
गुजराती संवत: 2081 (नल)
चंद्र मास: श्रावण (पूर्णिमांत), आषाढ़ (अमांत)
बृहस्पति संवत्सर: कालयुक्त (25 अप्रैल 2025 तक), फिर सिद्धार्थी
🌙 राशि और नक्षत्र विवरण
चंद्र राशि: मेष
सूर्य राशि: कर्क
सूर्य नक्षत्र: पुनर्वसु (20 जुलाई सुबह 5:30 बजे तक), फिर पुष्य
🔢 नक्षत्र पद (भरणी):
प्रथम पद: सुबह 7:50 बजे तक
द्वितीय पद: दोपहर 1:26 बजे तक
तृतीय पद: शाम 7:02 बजे तक
चतुर्थ पद: 20 जुलाई को सुबह 12:37 बजे तक
🌦️ ऋतु और अयन
द्रिक ऋतु: वर्षा
वैदिक ऋतु: ग्रीष्म
अयन: दक्षिणायन (द्रिक और वैदिक दोनों)
⏱️ दिन-रात्रि अवधि
दिनमान: 13 घंटे 44 मिनट
रात्रिमान: 10 घंटे 16 मिनट 31 सेकंड
मध्याह्न: दोपहर 12:27 बजे
✅ शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:13 – 4:54 बजे
प्रातः संध्या: सुबह 4:34 – 5:35 बजे
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 – 12:55 बजे
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:45 – 3:40 बजे
गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:18 – 7:39 बजे
सायाह्न संध्या: शाम 7:19 – 8:21 बजे
अमृत काल: रात 8:08 – 9:38 बजे
निशिता काल: 20 जुलाई को सुबह 12:07 – 12:48 बजे
❌ अशुभ समय
राहुकाल: सुबह 9:01 – 10:44 बजे
यमगण्ड काल: दोपहर 2:10 – 3:53 बजे
गुलिक काल: सुबह 5:35 – 7:18 बजे
विडाल योग: सुबह 5:35 – 20 जुलाई सुबह 12:37 बजे तक
वर्ज्य काल: सुबह 11:11 – दोपहर 12:40 बजे तक, और 20 जुलाई को सुबह 5:30 – 5:36 बजे तक
बाण: अग्नि (रात 9:07 बजे तक)
दुर्मुहूर्त: सुबह 5:35 – 6:30 बजे व 6:30 – 7:25 बजे
भद्रा: 20 जुलाई को सुबह 1:28 – 5:36 बजे तक
अगर आप पूजा, शुभ कार्य या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो ऊपर बताए गए शुभ मुहूर्तों का उपयोग करें और अशुभ समय से परहेज करें।