कुएं में दम घुटने से तीन की मौ*त, बच्चे पूछते रहे “पापा कब आएंगे?”, गांव में मचा कोहराम

25 जून 2025 फैक्टर रिकॉर्डर

National Desk: शिकोहाबाद में कुएं में दम घुटने से चाचा-भतीजे की मौ*त, मासूम बच्चों ने टकटकी लगाए पूछा – “पापा कब आएंगे?”                                                                                                              उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद के नगला पोहपी गांव में एक दर्दनाक हादसे में चाचा-भतीजे समेत तीन लोगों की कुएं में दम घुटने से मौ*त हो गई। मंगलवार दोपहर खेत में बने गहरे कुएं में मोबाइल गिरने के बाद उसे निकालने की कोशिश में तीनों एक-एक कर अंदर गए और मीथेन गैस के असर से बेहोश हो गए। करीब चार घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीनों को बाहर निकाला गया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृ*त घोषित कर दिया।

मृ*तकों में ध्रुव, अजय और चंद्रवीर शामिल हैं। सबसे पहले ध्रुव मोबाइल निकालने कुएं में उतरा, फिर जब वह नहीं लौटा तो अजय गया। बाद में चाचा चंद्रवीर भी कुएं में उतरे, लेकिन तीनों की दम घुटने से मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया।

बच्चों की करुण पुकार से पसीजा प्रशासन
चंद्रवीर के मासूम बच्चे आरव (7) और आरवी (2) पिता की तलाश में खेत तक पहुंच गए। दोनों मासूम पुलिसकर्मियों और अधिकारियों से बार-बार पूछते रहे – “अंकल, हमारे पापा कब बाहर आएंगे?” जब चंद्रवीर का श*व बाहर निकाला गया, तो दोनों रोने लगे। वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं।

गांव में गुस्सा और गम
घटना के बाद गांव में मातम छा गया। अजय की मां बार-बार कुएं की ओर दौड़ लगाती रही। ग्रामीणों ने प्रशासन की लेटलतीफी पर नाराजगी जताई। महिलाएं बेसुध होकर रोती रहीं, वहीं पुरुषों ने खुद रेस्क्यू करने की बात कही।

प्रशासन और राहत दल मौके पर
सूचना मिलते ही शिकोहाबाद, मक्खनपुर, मटसेना, फिरोजाबाद समेत कई थानों की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीम ने रेस्क्यू चलाया। जिलाधिकारी ने बताया कि हादसा मीथेन गैस के कारण हुआ। मृ*तकों के परिजनों को आपदा राहत फंड से चार लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।

सबकभरी घटना
यह हादसा एक चेतावनी है कि बिना सुरक्षा के कुएं या बंद स्थानों में उतरना जानलेवा हो सकता है। प्रशासन ने भी लोगों से ऐसी किसी भी परिस्थिति में तुरंत आपात सेवा को बुलाने की अपील की है।